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Sunday, May 19, 2024
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    सांपो की खेती करके करोड़ो कमाता है यह गांव

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    चीन के लोगों को अजीबोगरीब चीजें खाने के लिए जाना जाता है। खासकर महामारी फैलने के बाद से पूरी दुनिया में इस देश के खानपान की चर्चा हो रही है। जी हां आपने किसानों को धान गेंहू और सब्जियों की खेती करते सुना होगा क्या आपने सांपों की खेती करते सुना है ये सिर्फ चीन में ही संभव है।

    दरअसल चीन एक गांव में सांपों की खेतीं होती है। हैरान मत होइए ये बिल्कुल सच बात है। यहां का जिसिकियाओ गांव इसी काम के लिए जाना जाता है। यहां किंग कोबरा, वाइपर और रैटल स्नेक जैसे एक से बढ़कर एक जहरीले सांप पैदा किए जाते हैं। यहां 30 लाख से ज्यादा जहरीले सांपों की वैरायटी पाई जाती है।

    करीब एक हजार की आबादी वाले इस गांव में लगभग हर दूसरा शख्स इस काम से जुड़ा हुआ है। यहां के लोग सांपों के अंग बाज़ार में बेचकर बढ़िया मुनाफा कमाते हैं। चूंकि चीन में सांप की मीट की काफी डिमांड है इसलिए गांव में सांपों की खेती की जाती है।

    गांव के लोग सांप का जहर बेचकर भी अच्छा पैसा कमाते हैं। गौरतलब है कि यहां सांपों का बूचड़ खाना भी है जहां सांपों को काटकर उनके अंग बेच दिए जाते हैं। वैसे तो गांव वालों के लिए ये जहरीले सांप बेहद आम है। आपको बता दे कि जिसिकियाओ गांव पूरे विश्व में स्नेक फार्मिंग के कारण जाना जाता है। हालांकि यहां पहले चाय, जूट और कपास की खेती होती थी, लेकिन आज यहां प्रमुख कार्य सांप की खेती है।

    स्थानीय लोगों को जिस सांप से सबसे ज़्यादा डर लगता है वो है फाइव स्टेप स्नेक। इसका नाम फाइव स्टेप रखे जाने के पीछे भी बड़ी दिलचस्प कहानी है। आम लोगों का मानना है कि इस सांप के काटने के बाद इंसान महज पांच कदम चल पाता है और उसकी मौत हो जाती है।

    दोस्त दोस्त ना रहा …..दूल्हे को दोस्त को बुलाना पड़ा मंहगा,सास को लेकर हुआ फरार

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    आए दिन शादी से जुड़े ऐसे मामले सामने आ जाते है जिसके बाद से रिश्तों से भरोसा उठ गया है। जी हां आये दिन रिश्तों को लेकर सवाल उठ जाते है अगर ऐसे ही मामले आते रहे शादी करने में भी डर लगा रहेगा। अब एक दिल्ली से मामला सामने आया है जिसे सुनने के बाद आप भी हैरान रह जाएंगे।

    दरअसल यहां शादी में आया दूल्हे के दोस्त उसकी सास को लेकर ही फरार हो गया जिसके बाद से अफरा तफरी मच गई। वहीं बताया ये भी जा रहा है कि शादी से पहले ही दोनों के बीच अवैध संबंध चल रहे थे और अब शादी के दिन दोनों भाग निकले, शादी में हंगामा होने लगा वहां मौजूद सभी लोग लड़की के परिवार को ही दोष देने लगे।

    फिलहाल मामले की जांच चल रही है। रिश्तों को शर्मसार कर देने वाली ये घटना पूरे गांव में चर्चा का विषय बना हुआ है। क्योंकि एक मां ने प्यार के खातिर अपनी ही बेटी की खुशी को बर्बाद कर दिया।

    अपनी ही बेटी के शादी के दिन किसी और के साथ भागना बेहद ही शर्म की बात है। जिसका भुगतान उसका परिवार भुगत रहा है। हालांकि मामला पुलिस तक पहुंच गई है पुलिस मामले की जांच में जुटी हुई हैं। शादी से जुड़ा ये कोई पहला मामला नहीं है इससे पहले भी कई हंगामे शादी में देखने और सुनने को मिले है।

    जहां दूल्हा भाग जाता है तो कभी दुल्हन किसी वजह से शादी के लिए इनकार कर देती है। ऐसा माना जाता है कि हमारे देश में शादी को काफी महत्व दिया जाता है।सब रिश्तों से बढ़कर एक पति पत्नी का रिश्ता बनता है लेकिन ऐसी खबर सामने आएगी तो शादी जैसे शब्द से विश्वास ही उठ जाएगा।

    दो बेटे कमाते हैं फिर भी 98 साल के बाबा चने बेचते हैं क्योंकि वो ‘किसी पर बोझ नहीं बनना चाहते’

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    जिस उम्र में लोग कामधाम करना बंद कर देते हैं, उस उम्र में एक बाबा चने बेचते हैं। उनका वीडियो सोशल मीडिया पोस्ट करते ही वायरल हो गया। बात प्रशासन तक भी पहुंची। आपको बता दे कि यूपी के रायबरेली के पास एक गांव में एक ऐसे ही बुजुर्ग दादा हैं। उनकी उम्र 98 वर्ष है। उनका एक वीडियो सामने आया है। इसमें वो चने बेचते दिख रहे हैं।

    हर कोई सोच में पड़ जाए कि भाई 98 साल की उम्र में उन्हें चने बेचने की क्या जरूरत या तो कोई मजबूरी रही होगी.. जिसके कारण वो चने बेच रहे हैं। पर ऐसा नहीं है। ये जानकर हैरानी होगी कि 98 की उम्र में भी ये बाबा आत्मनिर्भर हैं और अपनी दो वक्त की रोटी के लिए खुद मेहनत करते हैं। बाबा का नाम विजयपाल सिंह है। ये जो किसी मजबूरी की वजह से नहीं बल्कि अपनी मर्जी से गांव के बाहर चने बेचते हैं।

    दरअसल वीडियो में जब बाबा से पूछा गया कि वह बच्चों से मदद क्यों नहीं लेते? तो पहले उन्होंने बताया कि उनके बच्चे कमाते हैं उनका भरा पूरा परिवार है। वहीं सवाल का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि वह किसी पर बोझ नहीं बनना चाहते। आगे उन्होंने कहा कि वह काम करने से खुद को फिट महसूस करते हैं, जबकि घर पर खाली बैठना उन्हें बिल्कुल भी अच्छा नहीं लगता है।

    उनका यह वीडियो सोशल मीडिया पर काफी सुर्खियां बटोर रहा है। इस वीडियो के माध्यम से लोगों बहुत कुछ सीखने की जरूरत है। क्योंकि जिस तरीके से 98 साल की उम्र में भी बाबा को कमाने का धुन सवार है ये वाकई काबिलेतारीफ है। हर कोई इस वीडियो को देखकर अपना रिएक्शन्स दे रहे है।

    असली ना सही जुगाड़ लगाकर केरल के इस शख्स ने लकड़ी से बना डाली Bullet बाइक

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    अगर हम आपसे जुगाड़ की बात करें और भारतीयों की बात ना करें तो ये बहुत बड़ी नाइंसाफी हो जाएगी। भारत ही वह देश है जहां लोग चीज खराब हो जाने पर मिस्त्री के पास ले जाने से पहले ख़ुद ही उसके मिस्त्री बन जाते हैं। वह हो सकता है घर में पड़े कबाड़ से ही कोई जुगाड़ बना दें। ऐसे ही एक शख्स ने जुगाड़ लगाकर लकड़ी से बुलेट तैयार किया है।

    रॉयल एनफील्ड ना सिर्फ भारत में बल्कि दुनिया भर में एक लोकप्रिय मोटरसाइकिल ब्रांड है। यह दुनिया के सबसे पुराने मोटरसाइकिल ब्रांड में से एक है जो अभी भी उत्पादन में है, और लोगों का इसकी बाइक्स के प्रति क्रेज खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है।

    इस बात से सभी परिचित हैं, कि रॉयल एनफील्ड बुलेट सबसे अधिक पसंद किए जाने वाले मॉडल में से एक है। बुलेट का इंटनेट पर आजकल एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है जिसे लकड़ी का उपयोग करके तैयार किया गया है।

    कारुलई कलाम का इलाका सागवान की लकड़ी से भरा हुआ है। इसी क्षेत्र में रहने वाले जिधिन कारूलाई ने सागवान की लकड़ी से बुलेट बाइक की ‘हू-ब-हू’ रेप्लिका तैयार की है। जिधिन का कहना है कि जब तक लकड़ी की बुलेट तैयार हुई तो इसकी लागत असली बुलेट बाइक के दाम जितनी ही पहुंच गई।

    उसने शान से अपनी रियल बुलेट के साथ ही इस लकड़ी की बुलेट को भी रखा हुआ है। दूर दूर से लोग जितिन के घर इस लकड़ी की बुलेट को देखने पहुंच रहे हैं।पांच साल विदेश में रह चुके जिधिन ने इस काम के लिए एक बुलेट बाइक भी खरीदी। सात साल पहले जितिन ने लकड़ी की बुलेट का मिनिएचर मॉडल तैयार किया था।

    तभी से जितिन को धुन सवार थी कि वो बुलेट के रियल साइज जितना ही लकड़ी का मॉडल बनाएगा। इसके लिए उसने अपने घर में लगे सागवान के दो पेड़ों की लकड़ी का इस्तेमाल किया।

    ये कोई एयरपोर्ट नहीं, देश का पहला AC रेलवे स्टेशन है! तस्वीरें देखकर हो जाएँगे हैरान

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    बेंगलुरू में देश का पहला सेंट्रलाइज्ड एसी रेलवे स्टेशन बनकर तैयार हो गया है। रेल मंत्री पीयूष गोयल ने इसकी तस्वीरें साझा की हैं। पहली नजर में एयरपोर्ट सा दिखने वाला यह स्टेशन 4200 वर्गमीटर में फैला हुआ है। जिनको देखकर आपको विश्वास नहीं होगा कि ये रेलवे टर्मिनल है या फिर एयरपोर्ट टर्मिनल।

    रेल मंत्री से पहले भारतीय रेलवे भी इसकी तस्वीर शेयर कर किया था। इसे तैयार करने की कुल लागत 314 करोड़ रुपये बताई गई है।रेलवे स्टेशन का नाम सर एम विश्वेश्वरय्या टर्मिनल है। इस स्टेशन के शुरू होने के बाद केएसआर बेंगलुरू और यशवंतपुर स्टेशन पर कम भीड़ होगी।

    बेंगलुरु के रेलवे स्टेशन की खास बात ये है कि देश का पहला ऐसा रेलवे स्टेशन है, जो पूरी तरह से एसी सेंट्रालाइज्ड है। मतलब पूरे स्टेशन में एसी लगी हुई है। पूरे स्टेशन में एसी सुनकर थोड़ी हैरानी जरूर होगी लेकिन रेलवे का यहीं दावा है।

    आपको बता दे कि इस नए टर्मिनल में एक फुटओवर ब्रिज और दो सब-वे भी हैं। इसके अलावा इसमें एस्केलेटर्स और लिफ्ट्स की भी सुविधा है। वीआईपी लाउंज की भी व्यवस्था है, जहां यात्रा करने वाले अपनी ट्रेन का इंतजार कर सकते हैं।

    टर्मिनल में आठ स्टेबल लाइनों और तीन पिट लाइनों के अलावा सात प्लेटफॉर्म हैं। रेलवे का दावा है कि इस टर्मिनल से 50 ट्रेनों का संचालन किया जा सकता है। यात्रियों की सुविधा के लिए एस्केलेटर और लिफ्ट लगाए गए हैं जो कि सात प्लेटफॉर्मों को जोड़ते हैं।

    देश के पहले एसी रेलवे स्टेशन को बेहद अत्याधुनिक तकनीक से तैयार किया गया है। एसी स्टेशन बिल्कुल एयरपोर्ट जैसा लगता है। रेलवे ने जिस तरह से इस एसी स्टेशन को तैयार कराया है उसमें नए भारत की तस्वीर साफ झलकती है।

    बोल और सुन नहीं सकती यह जोड़ी , सिर्फ 135 रुपए में हुई शादी, पेश किया एक उदाहरण

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    शादी मतलब लाखों का खर्च जी हां आज के समय में शादी के अनाप-शनाप इतने खर्चे हो गए हैं कि आम आदमी इसे पूरा करने के लिए कर्जे में डूब जाता है। हर माता पिता चाहते है कि उसकी बेटी में कोई कमी न रहे ऐसे में बहुत खर्च करते है ।

    लेकिन आज आपको जिस शादी के बारे में बताने जा रहे है उसे सुनने के बाद आप हैरान रह जाएंगे, क्योंकि इन जोड़ो ने शादी करके समाज में एक मिसाल पेश की है।

    बता दे कि महाराष्ट्र के यवतमाल में एक शादी सिर्फ 135 रुपये में हुई है। इतने कम खर्च में हुई ये शादी सबके बीच में चर्चा का विषय है।यवतमाल की रहने वाली मंगला संजय श्रीरामजीकर की शादी अमरावती के राजेश बोरकर के साथ हुई थी। हैरानी की बात ये है कि राजेश और मंगला दोनों ही बोल और सुन नहीं सकते हैं। यह एक अरेंज मैरिज है। इसलिए सभी रिश्तेदारों ने मिलकर यह शादी करवाई है।

    इस शादी में दूल्हा दुल्हन के मां-बाप, चाचा चाची, भाई-बहन, बस इतने ही लोग शामिल थे। शादी कोर्ट में की गई और सिर्फ 135 रुपयों में यह जन्म-जन्म का बंधन बांधा गया। अरेंज मैरिज में ऐसा बहुत कम होता है कि इतनी सादगी से शादियां हो। अक्सर अरेंज मैरिज में लाखों का खर्चा होना आम बात है। मंगला और राजेश ने ऐसे लोगों के लिए यह उदाहरण पेश किया है कि कम खर्चे में भी अच्छी शादी हो सकती है।

    आपने कई शादियां देखी होगी जिसमें अनेक खर्च होते है इसी के साथ देहज़ भी देना पड़ता है लेकिन आज भी समाज में कुछ लोग है जो नई दिशा देने की कोशिश कर रहे हैं। जिसमें मंगला और राजेश ने शादी करके न सिर्फ समाज में बल्कि अपने परिवार को भी शादी के प्रति जागरूक किया है।

    घर छोड़कर गया बेटा 14 साल बाद लौटा… लग्जरी कार-ट्रकों का मालिक बन गया, इस शक्स की फिल्मी है पूरी कहानी

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    पढ़ाई-लिखाई न करने पर पिता ने डांटा तो एक बालक 11 साल की उम्र में घर छोड़कर चला गया था। इसके बाद परिजन ने काफी तलाशने के बावजूद उसका पता न चलने पर उसे लगभग भूल चुके थे। रविवार को सुबह अचानक वह आया तो परिजनों में खुशी की लहर दौड़ गई।

    बाहर रहने के दौरान उसने अपनी मेहनत के बलबूते ट्रक व कार भी खरीद ली। उसे देखने के लिए गांव वालों की भीड़ जमा रही। आपको बता दे कि उत्तर प्रदेश के हरदोई के रहने वाले रिंकू की किस्मत इस तरह बदल जाएगी उसने कभी सोचा भी नहीं होगा।

    क्योंकि, 14 साल पहले जब रिंकू ने पढ़ाई के डर से घर छोड़ा था तो उसके पास ‘फूटी कौड़ी’ नहीं थी। लेकिन, आज उसके पास खुद के कई ट्रक और लग्जरी कारें हैं। फिरोजपुर गांव निवासी सीता देवी ने बताया कि उनके पति खेतीबाड़ी करते हैं।

    परिवार में छह बेटे हैं। चौथे नंबर का बेटा रिंकू का बचपन में पढ़ाई में मन नहीं लगता था। 11 वर्ष की आयु में एक दिन उसके पति ने उसे डांटा और कहा कि कल से पढ़ने स्कूल जाओगे। अगले दिन रिंकू बगैर बताए गायब हो गया। कई महीनों तक उसकी आसपास व रिश्तेदारों में तलाश की पर पता नहीं चला।

    रिपोर्ट के अनुसार, पढ़ाई को लेकर जब रिंकू को डांट पड़ा था वह घर छोड़कर चला गया। घर से भागकर रिंकू लुधियाना पहुंच गया।

    वहां, रिंकू की मुलाकात एक सरदार से हुई, जो ट्रांसपोर्ट कंपनी चलाते थे। उन्होंने रिंकू को अपने यहां रख लिया और काम भी सिखाया। रिंकू का अब नाम गुरुप्रीत हो चुका है। उसका पूरा रहन-सहन भी सरदारों की तरह हो गया है।

    वह सरदारों की तरह पगड़ी बांधता है। उसने बताया कि गोरखपुर का एक परिवार जो लुधियाना में रहता है उसकी बेटी से रिंकू की शादी भी हो चुकी है लेकिन रिंकू के अपने गांव और परिवार के बीच आने के बाद उसका मन बदल गया है अब वो अपने परिवार माता पिता के साथ रहने का फैसला कर लिया ही।

    गलती से जाल में फंसी डॉल्फिन मछली को शख्स ने वापस समुद्र में छोड़कर दिल जीत लिया

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    सोशल मीडिया पर आए दिन कोई न कोई वीडियो वायरल होता ही रहता है। अब सोशल मीडिया पर एक वीडियो खूब वायरल हो रहा है जो सभी का दिल जीत रहा है। दरअसल इस वीडियो में एक युवक ने ऐसा काम कर दिखाया है जिसके बाद हर कोई उसकी तारीफ कर रहा है।

    एक इंसान समुंद्र में जाल फेंका था उसके बाद उसके जाल में डॉल्फिन फंस गई जब वो अपने जाल को ऊपर खींचा तो देखा कि डॉल्फिन आ गयी है उसके बाद शख्स जाल में से डॉल्फिन को बड़े प्यार से निकलता है फिर उसके सिर पर किस करता है और प्यार से उसे समुंद्र में छोड़ देता है जिसका वीडियो लोगों को खूब पसंद आ रहा है।

    आपको बता दे कि महज़ 43 सेकेंड का यह वीडियो बताता है कि इंसानियत से बड़ा कोई धर्म नहीं! भारतीय वन सेवा के अधिकारी सुशांत नंदा ने इसे ट्वीटर पर शेयर किया है।

    उन्होंने इस वीडियो में बारे में कोई जानकारी नहीं दी है कि यह कहां का है और वीडियो में नज़र आ रहे इंसान का नाम क्या है। मगर, वीडियो में नज़र आ रहे इंसान के पहनावे और भाषा से साफ प्रतीत हो रहा है कि यह वीडियो भारत का नहीं है।

    इस वीडियो को लेकर लोग मछुआरे की खूब तारीफ कर रहे है और साथ ही अलग अलग रिएक्शन्स दे रहे है। क्योंकि इस मछुआरे ने डॉल्फिन को समुंद्र में छोड़कर दिल जीतने का काम किया है। डॉल्फिन को नई जिंदगी देकर मछुआरे ने एक महान काम किया है।

    इसी तरह की एक घटना केरल के कोझीकोड में दर्ज की गई थी। यहां भी कुछ इसी तरह से मछुआरों के एक समूह ने व्हेल मछली को समुद्र में छोड़ा था। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुआ था।

    लालू प्रसाद की बेटी राजलक्ष्मी यादव बन चुकी है मुलायम सिंह यादव परिवार की बहु , जानिए पूरी बात

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    राजनीति में कोई किसी का अपना नहीं हो सकता ये सब जानते है लेकिन आज हम आपको बताने जा रहे है कि राजनीति में दो बड़े दिग्गज की दोस्ती अब रिश्तेदारी में बदल गयी है।

    जी हां क्योंकि लालू प्रसाद यादव और राबड़ी देवी की सबसे छोटी बेटी राज लक्ष्मी यादव की शादी उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्मंत्री मुलायम सिंह यादव के पोते तेज प्रताप यादव के साथ हुई है और ये शादी साल 2015 में बहुत ही धूमधाम के साथ सम्पन्न हुई थी।

    आपको बता दे कि राजलक्ष्मी लालू प्रसाद और राबड़ी देवी की सबसे छोटी संतान हैं। राजलक्ष्मी लालू की 9 संतानों में से इकलौकी हैं जिनका जन्म उनके मुख्यमंत्री बनने के बाद हुआ था। राजलक्ष्मी की शादी मुलायम सिंह यादव के पोते तेज प्रताप सिंह यादव से हुई है। तेज प्रताप मुलायम के दिवंगत बड़े भाई रतन सिंह के पोते और दिवंगत रणबीर सिंह के बेटे हैं।

    नोएडा की एमिटी विवि से बीकॉम के अलावा इंग्लैंड की लीड्स यूनिवर्सिटी से मैनेजमेंट किया है। उन्होंने 2011 में सैफई से ब्लॉक प्रमुख के तौर पर राजनीति शुरू की। वहीं इस भव्य शादी समारोह में पीएम मोदी भी शामिल हुए थे। मुलायम सिंह यादव के घर बहु बन चुकी राजलक्ष्मी काफी ज्यादा खूबसूरत है

    इसी के साथ वो सोशल मीडिया पर काफी ज्यादा एक्टिव रहती है आए दिन सोशल मीडिया पर फ़ोटो डालती रहती है। इसके अलावा कोई भी खास मौके पर अपने परिवार के साथ फोटो डालती रहती है। आपको ये भी बता दे कि राजलक्ष्मी की 3 सास है। जिसमें से पूर्व सीएम अखिलेश यादव की पत्नी डिंपल यादव भी है।

    कहा जाता है कि राजलक्ष्मी का तीनों सासों के साथ संबंध बहुत अच्छे है। राजलक्ष्मी की दूसरी सास के बारे में जिनका नाम अपर्णा यादव है और अपर्णा मुलायन सिंह के छोटे बेटे प्रतीक यादव की धर्म पत्नी है। अब बात करते है राजलक्ष्मी की तीसरी सास के बारे में और इनका नाम है राजलक्ष्मी सिंह और इनकी शादी शिवपाल यादव के बेटे आदित्य के साथ हुई है।

    शादी में घोड़ी की बजाय जेसीबी से पहुँचा दूल्हा, देखकर उड़ गए सबके होश

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    आप सभी जानते है जब शादी होती है तब दूल्हा बारात लेकर गाड़ी ये घोड़ा में बैठ कर आता है। फिर वो अपने परिवार के साथ मंडप तक पहुंचता है। अब एक अजीबोगरीब दूल्हे के बारे में बताने जा रहे है जो गाड़ी और घोड़ा का इस्तेमाल न करते हुए जेसीबी का इस्तेमाल किया, और जेसीबी में बारात लेकर शादी में पहुंचा। ये बेहद अनोखा मामला है जिसकी चर्चा हर जगह हो रही है।

    दरअसल ये पूरा मामला छत्तीसगढ़ के कसडोल का है जहां एक इंजीनियर दूल्हा जेसीबी में सवार होकर शादी में पहुंचा। उन्होंने जेसीबी के सामने लोडर पर अपनी डिग्री के साथ एक बैनर लगाया।

    आपको बता दे कि यहां सिविल इंजीनियर अमिष डहरिया की शादी बैंककर्मी मनीषा के साथ तय हुई है। अमिष ने अपनी शादी को यादगार बनाने के लिए इंजीनियरिंग वर्क में काम आने वाली जेसीबी में सवार होकर बारात ले जाने का फैसला लिया। परिजनों को बताया तो शुरुआत में उन्हें अजीब लगा, मगर बाद में वे मान गए।

    वहीं अमिष जिस जेसीबी में सवार हुआ। उससे सबसे ऊपर बड़े बड़े अक्षरों में अंग्रेजी में इंजीनियर लिखा हुआ था। इसके अलावा नीचे की तरफ सिविल इंजीनियर अमिष संग मनीषा लिखा हुआ था। साफा बांधे और शेरवानी में सजे-धजे को जेसीबी पर सवार होकर आता देख लोग अचम्भित हो गए और उसे देखने के लिए पूरा बलौदाबाजार उमड़ पड़ा।

    इस बारे में अमिश ने बताया कि मैंने पहले अपने फैसले के बारे में परिवार वालों को बताया, लेकिन वे इसके लिए तैयार नहीं हुए। मैं भी अपनी जिद पर अड़ा रहा। आखिर में वे मान गए। अमीश के पिता कसडोल के आश्रम शाला में प्रधान पाठक हैं। खास बात ये है कि अमीश ने अपनी शादी में दहेज नहीं लिया। रस्में पूरी हों, इसके लिए पहले जरूरी सामान खरीदे, फिर उन्हें लड़की वालों को दे दिया।