इंसानों के अस्पताल तो बहुत मिल जाएंगे लेकिन पक्षियों के अस्पताल मिलना मुश्किल हो जाता है। गिने-चुने अस्पताल ही हैं जहां पक्षियों का इलाज किया जाता है। अब पक्षियों में भी कोई कहे कि सिर्फ बाजों का अस्पताल तो सुनने में अजीब लग सकता है लेकिन अबू धाबी में ऐसा ही एक अस्पताल है। यहां बाजों को ए-क्लास सहूलियतें और इलाज मिलता है।

लोगों के लिए यह किसी टूरिस्ट प्लेस से कम नहीं है। लोग दूर-दूर से इसे देखने आते हैं। आपको बता दे कि इलाज के लिए अस्पताल में बाजों का वेटिंग रूम, इमरजेंसी मेडिकल वार्ड और ऑपरेशन थिएटर भी हैं। अरब देशों में बाज पालना अमीरी को दर्शाता है।
जब भी कोई बाज बीमार होता है, तब लोग उसे इलाज के लिए इस अस्पताल में लाते हैं। वहीं यह अस्पताल 1999 में खोला गया था और यहां संयुक्त अरब अमीरात, सऊदी अरब, कतर और कुवैत से पक्षियों को लाया जाता है।

प्रारंभ में यह बाजों के इलाज के लिए बनाया गया था लेकिन 2006 में इसे सभी पक्षियों और पोल्ट्री के इलाज के लिए एवियन (पक्षियों) अस्पताल बना दिया गया। अबूधाबी के अमीरात में यह एक बड़ा पर्यटन आकर्षण भी है।
यहां पर बाज को एक पवित्र पक्षी माना जाता है और यहां के युवाओं में बाज पालन बहुत लोकप्रिय है। यहां पक्षियों को वेटिंग रूम में बैठाया जाता है और यहां डॉक्टर इन पक्षियों का हैल्थ चेक करते हैं। यह चौबीसों घंटे खुला रहता है और यहां पर इंटेंसिव केयर यूनिट में रखे जाने के अलावा बहुत सारी बीमारियों का इलाज किया जाता है।

अबू धाबी के नजदीक के बाज तो यहां आते ही हैं, उसके आसपास के गल्फ रीजन जैसे सउदी अरब, कतर और कुवैत से भी बाजों को यहां इलाज के लिए लाया जाता है।