एक ओर जहां भारत में बढ़ती हुई जनसंख्या (Population Explosion) एक बहुत बड़ी समस्या बन चुकी है, वहीं पड़ोसी देश चीन में बुजुर्गों की जनसंख्या बढ़ना और युवाओं की जनसंख्या (Population Ratio Problem) का प्रतिशत कम होना चिंता का विषय बन गया है। ऐसे में वहां अब थर्ड चाइल्ड पॉलिसी (Third Child Policy) इंट्रोड्यूस की गई है। इस पॉलिसी के तहत चीन के परिवारों को तीसरा बच्चा करने के लिए प्रेरित किया जा रहा है।
पहले जहां चीन में जनसंख्या बढ़ने के बाद एक बच्चा रखने की नीति लागू की गई थी, जिससे जनसंख्या तो कम हुई, लेकिन अर्थव्यवस्था पर असर पड़ना शुरू हो गया।

अब चीन ने इस पॉलिसी को खत्म करके देश के युवा परिवारों को दो या तीन बच्चे पैदा करने के लिए प्रोत्साहित कर रहा है। इसके लिए मई से चीन में तीसरे बच्चे की पॉलिसी लाई गई है। अब यहां की एक कंपनी ने अपने कर्मचारियों को तीसरे बच्चे के जन्म पर बोनस (Chinese Company is Offering Bonus on Third Child’s Birth) देने और महिला कर्मचारियों को सालभर की छुट्टी देने का ऑफर दिया है।

तीसरा बच्चा पैदा करने पर मिलेगा 11.5 लाख का बोनस
Beijing Dabeinong Technology Group नाम की कंपनी ने अपने कर्मचारियों को तीसरा बच्चा पैदा करने पर 90,000 युआन यानि भारतीय मुद्रा में साढ़े 11 लाख रुपये का बोनस देने का ऑफर दिया है. इतना ही नहीं अगर महिला कर्मचारी तीसरे बच्चे को जन्म दे रही है, तो उसे सालभर की छुट्टी भी दी जाएगी।
वहीं पुरुष कर्मचारियों को बच्चा संभालने के लिए 9 महीने की छुट्टी दी जाएगी। इतना ही नहीं जो कर्मचारी दूसरा बच्चा पैदा कर रहे हैं, उन्हें भी 60,000 युआन यानि 7 लाख रुपये का बोनस मिलेगा और पहला बच्चा पैदा करने वाले लोगों 30 हजार युआन यानि 3.5 लाख रुपये का बोनस दिया जाएगा।
जनसंख्या घटने से हुई चीन को दिक्कत

कभी जनसंख्या विस्फोट से परेशान रहने वाले चीन को अब पॉपुलेशन घटने से दिक्कत हो रही है। दरअसल वन चाइल्ड पॉलिसी की वजह से चीन में न सिर्फ जेंडर रेशियो खराब हुआ, बल्कि अर्थव्यवस्था में भी दिक्कत हुई। लोगों ने बच्चों का जेंडर देखकर अबॉर्शन कराए, जिसकी वजह से लड़के-लड़कियों का रेशियो बिगड़ गया।

यही वजह है कि जनवरी, 2016 से चीन ने वन चाइल्ड पॉलिसी खत्म कर दी और मई, 2021 से चीन में तीसरा बच्चा भी पैदा करने की अनुमति दे दी गई। जनगणना के मुताबिक साल 2020 में चीन में 12 मिलियन बच्चों का जन्म हुआ है।