भारतीय जहां जाते हैं वहीं अपनी काबिलियत का लोहा मनवाते हैं। जी हां पहले कमला हैरिस और अब नीरा टण्डन। बतादें पहले तो कमला हैरिस ने इतिहास रच दिया है। वो अमेरिका की पहली महिला, पहली काली और पहली एशियाई-अमेरिकी उप-राष्ट्रपति हैं। उन्होंने जो बाइडन से पहले उप-राष्ट्रपति पद की शपथ ली।
भारतीय-जमेकन मूल की हैरिस ने शुरुआत में डेमोक्रेटिक पार्टी से राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार बनना चाहा था लेकिन बाद में जो बाइडन ने उन्हें अपने साथी के रूप में चुना।बाइडन ने कमला के लिए कहा था कि वो एक छोटे शख़्स के लिए एक निडर सेनानी हैं।

और अब भारतीय मूल की नीरा टण्डन के बारे में राष्ट्रपति बाइडन ने कहा था कि, मैं उनके (नीरा टण्डन) अनुभव, कौशल और विचारों का बहुत सम्मान करता हूं और चाहता हूं कि मेरे प्रशासन में उनकी कोई भूमिका हो।

अभी इस बात को बहुत ज़्यादा समय भी नहीं हुआ है और आखिरकार बाइडन ने नीरा टण्डन को बड़ी जिम्मेदारी देते हुए उनकी बुद्धिमत्ता का सम्मान किया है।

बतादें अब नीरा के सीनियर एडवाइजर नियुक्त किए जाने पर सेंटर फॉर अमेरिकन प्रोग्रेस (CAP) के फाउंडर जॉन पोडेस्टा का कहना है कि नीरा की बौद्धिक समझ, दृढ़ता और राजनीतिक मामलों पर पकड़ होने का फायदा बिडेन प्रशासन को मिलेगा।
पोडेस्टा ने बताया कि नीरा ने बिडेन प्रशासन में ही नीतियों से जुड़े बहुत से काम किए हैं। भारतीय मूल की नीरा टंडन अमेरिका की पूर्व विदेश मंत्री और 2016 के राष्ट्रपति चुनाव में डेमोक्रेटिक उम्मीदवार हिलेरी क्लिंटन की करीबी सहयोगी रही हैं। नीरा ने ओबामा सरकार में भी अफॉर्डेबल केयर एक्ट को पास कराने में मदद की थी।