इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर इस्तेमाल होने वाले हवाई जहाजों में अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा लिमिटेड ‘डायल‘ ने एक खास तरह के उपकरण को लगाने शुरू कर दिए हैं।आपको बता दें कि इन्दिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर इस्तेमाल होने वाले वाहन अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा लिमिटेड ‘डायल‘ बनाती हैं।
इस उपकरण से वह हवाई जहाज में ईंधन बचाने, सुरक्षा बढ़ाने के लिए, हवाई जहाज की स्थान का पता लगाने और रखरखाव की समय-सारणी निर्धारित कर सकते हैं। इस लिए उन्होंने अपने सभी वाहन में इंटरनेट ऑफ थिंग्स ‘आईओटी‘ उपकरण लगाना शुरू किया गया है।
इस संबंध में कंपनी ने एक बयान जारी किया गया है,जिसमे कहा गया है कि जीएमआर समूह के नेतृत्व वाली डायल इस महीने के अंत तक अपने सभी वाहनों में चरणबद्ध तरीके से आईओटी उपकरण लगाएगी। इसके साथ ही उन्होंने बताया कि कंपनी के पास दिल्ली हवाई अड्डे का स्वामित्व है और वह उसका प्रबंधन भी देखती है।
इसके साथ ही कंपनी ने अपने बयान मे ये भी कहा है कि जब भी स्वीकृत सीमा से अधिक गति, हवाई क्षेत्र में निर्दिष्ट बिंदुओं के भीतर या बाहर वाहन चलाने जैसा कोई सुरक्षा नियम उल्लंघन होता है तो यह उपकरण अधिकारियों को अलर्ट भेजते हैं।
ये उपकरण हवाई अड्डा बचाव और अग्निशमन ‘एआरएफएफ‘ हवाई संचालन, सुरक्षा और परियोजना तथा इंजीनियरिंग पी एंड ई टीम द्वारा उपयोग किए जाने वाले वाहनों में 23 प्रतिशत ईंधन बचाने में मदद करते हैं।
आईओटी उपकरण वाहनों से संबंधित सभी आंकड़े सुरक्षित रखते हैं, जैसे कि समय, दूरी, ईंधन, वाहन चल रहा है या नहीं। इस तरह डायल ने ईंधन बचाने और उत्सर्जन रोकने में भी सफलता हासिल की है।