बच्चों के लिए स्मार्टफोन गेम का पर्यायवाची होते हैं। जहां भी बच्चों को स्मार्टफोन नज़र आता है वह गेम खेलने के लिए दौड़ पड़ते हैं। कभी – कभी यह गेम खतरा पैदा कर देती हैं, जैसा इनके साथ हुआ। दरअसल, आईफोन में गेम खेलना एक डॉक्टर के लिए इतना महंगा पड़ा कि उसे अंत में 1.33 लाख रुपए का बिल भरना पड़ा। डॉक्टर के बेटे ने आईफोन में गेम खेलना शुरू किया और कई चीजें ऐसी थी जिसे वो लगातार खरीदता गया।
बच्चे को क्या ही समझ होती है। उसे तो बस स्मार्टफोन की बड़ी – बड़ी डिस्प्ले काफी आकर्षित कर देती हैं। इस मामले में अंत में जाकर डॉक्टर को अपने फैमिली कार बेचनी पड़ी जिसके बाद वो बिल की भरपाई कर पाया। ये मामला यूके के नार्थ वेल्स का है जहां 7 साल के बेटे ने ड्रैगन्स राइज़ ऑफ बर्क को आईफोन में खेला।

सिर्फ उनके बेटे के गेम खेलने के कारण उन पर इतनी बड़ी मुसीबत आ गयी जिसके चलते उन्हें अपनी पहली कमाई से कमाई हुई गाड़ी बेचना पड़ा। ना चाहते हुए भी उन्होंने कार बेची क्योंकि अगर वो ये कर्ज़ नही चुकाते तो पुलिस उन्हें उठा कर ले जाती जेल में ओर उन पर कंपनी के साथ दोखा करने का केस लग जाता। उनकी पूरी लाइफ बर्बाद हो जाती वो भी केवल ओर केवल उनके बेटे की गलती की वजह से क्योंकि इसमें उनकी कोई भी गलती नही थी।

इस मामले के बाद कई पेरेंट्स सचेत हो गए हैं। बच्चों के हाथ में स्मार्टफोन मतलब परेशानी का दूसरा नाम है। डॉक्टर का बेटा को गेम खेलने का बहुत शौकीन है। उनका बेटा i-phone में ऐप्पल स्टोर नाम की एप्लीकेशन से गेम परचेस कर लेता था पैसे को बाद में देने की वजह से पेंडिंग रख देता था। यही नही इस लड़के ने अपने एप्पल के मोबाइल में आई-ट्यून्स नाम की एप्पलीकेशन से खूब सारी चीजें खरीद ली और पेमेंट के लिये अपने पापा के क्रेडिट कार्ड की इन्फॉर्मेशन डाल दी।

कभी – कभी हमारी लापरवाही हमारी परेशानी बन जाती है। हमें इससे बचना चाहिए। अगर हम नहीं बचेंगे तो हो सकता है कि हमें भी नुक्सान उठाना पड़े। आप अगर अपने बच्चों को स्मार्टफोन देते हैं गेम खेलने के लिए तो उनपर पैनी नज़र रखिए।