अक्सर देखा जाता है कि कई गांव में लड़कों की संख्या लड़कियों से ज्यादा होती है लेकिन क्या आप ने ऐसा गाँव के बारे में सुना है जहां मर्दों की संख्या न के बराबर है और वहाँ की कुंवारी लड़कियां शादी के लिए तरसती हैं। अगर नहीं तो हम आप को उस गावं के बारे में बता रहे हैं। हम बात कर रहे है ब्राज़ील के एक ऐसे गांव की जहां पर 18 से 30 साल तक की लड़कियों की संख्या लड़कों की बजाय बहुत अधिक है।
इस गांव में लड़कियां अधिक होने से यह समस्या है कि जब लड़की की शादी करनी होती है तो लड़के नहीं मिलते। ब्राजील के पहाड़ियों के बीच स्थित नोएवा दो कॉर्डेरियो नामक इस कस्बे में खूबसूरत लड़कियों की कोई कमी नहीं है।

यहाँ रहने वाली लड़कियां काफी ज्यादा खूबसूरत होने के बावजूद आज भी अपने प्यार की तलाश को पूरा नहीं कर पाती है। जानकारी के मुताबिक इस गांव में 20 से 35 साल की लगभग 600 महिलाएं रहा करती है। ऐसा कहा जाता है कि इस गांव में कुंवारे लड़के को ढूंढ पाना भूसे के ढेर से सुई को ढूंढने के जितना कठिन है।

यही वजह है कि यहां की लड़कियां ताउम्र कुंवारे लड़कों से शादी करने को तरसती है। कुंवारे लड़कों के ना मिल पाने की वजह से लड़कियों को मजबूरन शादीशुदा लड़कों के साथ अपना जीवन बिताना पड़ता है। या फिर इन्हें अपना जीवन बिना शादी के ही व्यतीत करना पड़ता है। वहीं कस्बे में रहने वाली लड़कियों का कहना है कि वो भी प्यार और शादी के सपना देखती हैं।

हालांकि, वो इसके लिए कस्बा नहीं छोड़ना चाहती हैं। वो शादी के बाद भी यहीं रहना चाहती हैं। यहां पर एक पंरपरा का भी निर्वहन किया जाता है जिसमें लड़को को शादी के बाद इसी गांव में घरजमाई बनकर रहना पड़ता है।

आपको बता दे कि महिलाएं इस गांव में खेती से लेकर सभी काम संभालती हैं। अधिकतर महिलाओ के पति एवं 18 साल से अधिक उम्र के बेटे काम के सिलसिले में शहर मे ही रहते हैं। इस गांव की नींव मारिया सनोरिया डिलिमा ने रखी थी।