जी हां बिल्कुल सही सुना आपने। यहां जो इलाज होता है, उस इलाज को हम फायर थेरेपी बोलते हैं। अब ये फायर थेरेपी होती क्या है। कैसे होती है, और इसके करने से कैसे इलाज हो पाता है। यह पूरी जानकारी हम आपको अपनी इस खबर में देंगे। तो इस खबर को पढ़िए और बने रहिए हमारे साथ। दोस्तों आज के समय में बीमारियां अनेक हैं।
अगर बात कोरोना महामारी के करें तो, भारत में एक दिन में कोरोना वायरस संक्रमण के 3,86,452 नए मामले सामने आने के साथ कोविड-19 के कुल मामले बढ़कर 1,87,62,976 पर पहुंच गए।

आंकड़ों के मुताबिक उपचाराधीन मामले 31.70 लाख के करीब पहुंच गए हैं। आंकड़ों के हिसाब से 3498 संक्रमितों की मौत होने से मरने वालों की संख्या बढ़कर 2,08,330 पर पहुंच गई, और अभी बढ़ती ही जा रही है।संक्रमण के मामलों में लगातार 50वें दिन वृद्धि हुई है।
देश में उपचाराधीन मरीजों की संख्या बढ़कर 30,84,814 हो गई है जो संक्रमण के कुल मामलों का 12.18 प्रतिशत है जबकि संक्रमित लोगों के स्वस्थ होने की दर गिरकर 86.62 प्रतिशत रह गई है। आंकड़ों के मुताबिक इस बीमारी से स्वस्थ होने वाले लोगों की संख्या बढ़कर 1,53,84,418 हो गई है और मृत्यु दर गिरकर 1.20 प्रतिशत हो गई है।

अब इसी बीमारियां हैं कि समझ भी नहीं आ रही हैं। अब अनेकों बीमारियों का इलाज करने के लिए भी अलग-अलग तरह की थेरेपी आ रही हैं। आज से पहले दवाइयों से इलाज आपने सुना होगा। इंजेक्शन से आपने इलाज सुना होगा। और कई तरह की थेरेपी का नाम भी आपने सुना होगा, जिससे इलाज होता है।

देसी नुस्खों के बारे में आपने सुना होगा। जो पद्धति होती है, प्राचीन पद्धति, उसके बारे में आपने सुना होगा। कई तरह से रोगियों का इलाज होता है। लेकिन आज हम आपको फायर पद्धति के बारे में बताएंगे।
फायर थेरेपी के बारे में बताएंगे। रोगियों का इलाज उन पर आग लगाकर किया जाता है कैसे देखें, फायर थेरेपी में मरीज के शरीर पर पहले अल्कोहल छिड़का जाता है जिसके बाद उस अल्कोहल में आग लगा दी जाती है। पिछले 100 साल से ज्यादा समय से चीन के इस थेरेपी से ईलाज कर रहे हैं।
कहते हैं कि इस थेरेपी में, आग की गर्मी से जड़ी-बूटियों का मिश्रण तुरंत ही शरीर को राहत पहुंचाने का काम करता है। इस थेरेपी से शरीर को सौ फीसदी रिलेक्स मिलता है।