बड़ी खबर सामने आ रही है जो किसान लगातार लगभग 2 महीने से सरकार के द्वारा लाए गए कानूनों के विरोध करने पर और उनको वापस करने की मांग पर अड़े हुए थे! अब वही बिखरता हुआ नजर आ रहा है! जी हां शनिवार को ट्रैक्टर रैली के दौरान दिल्ली के लाल किले में हुए मामले के बाद कई किसान संगठनों ने इस आंदो-लन को छोड़ने का भी ऐलान कर दिया है!
इसी कड़ी में भारतीय किसान यूनियन के प्रमुख भानु प्रताप सिंह और राष्ट्रीय किसान मजदूर संगठन के वीएम सिंह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर आंदो-लन से हटने की घोषणा कर दी है! इस बीच किसान अपने टेंट बिस्तर को समेट कर वापस निकलने में भी लग गए हैं!
खिला बॉर्डर पर भानु प्रताप सिंह ने इस आंदो-लन को खत्म करने की घोषणा कर दी है! उन्होंने एक वीडियो संदेश में कहा है कि यह आंदोलन को समाप्त करना ही ठीक रहेगा! सिंह ने आगे कहा है कि दिल्ली में जो कुछ भी कल हुआ है उससे मुझे गहरा दुख पहुंचा है हम अपने 58 दिन के इस प्रदर्शन को समाप्त कर रहे हैं!
वही भानु प्रताप सिंह के अलार्म के बाद किसान नेता वीएन सिंह ने भी खुद को इस आंदो-लन से अलग कर दिया है उन्होंने उत्तर प्रदेश गेट पर एक प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित कल इस बात की जानकारी दी है
जिसमें उन्होंने कहा है कि मैं इस आंदो-लन को आगे नहीं चला सकता क्योकि जिसमें कुछ लोगों की दिशा अलग है! मैं उन्हें शुभकामनाएं देता हूं और ऐलान करता हूं कि राष्ट्रीय किसान मजदूर संगठन अपने आप को इस आंदो-लन से अलग कर रही है! साथ ही उन्होंने यह भी कहा है कि दिल्ली में मंगलवार को हुई घ-टना से वह आहत है इस के गुनहगारों को सजा मिलनी चाहिए!
#WATCH: Some farmers seen taking off their tents at Chilla border following announcement of Thakur Bhanu Pratap Singh, president of Bharatiya Kisan Union (Bhanu), that the organisation is ending the protest in the light of violence during farmers' tractor rally y'day.#FarmLaws pic.twitter.com/wgDIeKnUMf
— ANI UP (@ANINewsUP) January 27, 2021
वहीं दूसरी ओर किसान नेताओं के इस ऐलान के बाद प्रद-र्शन स्थ-ल पर तंबू उखड़ ने भी शुरू हो गए हैं मौके से ऐसी कई तस्वीरें सामने आई है इसमें किसान अपने टेंट और बिस्तर समेटने में लगे हुए हैं तकरीबन 2 महीने से किसान यहां पर जमा हो थे तो वही प्रद-र्शन की शुरुआत में उन्होंने ऐलान भी किया था कि वह 6 महीने सम्मान के साथ प्रद-र्शन में हिस्सा लेने आए हैं!
बता दें कि फिलहाल पुलिस बल भी वहां पर मौजूद है और बताया गया है कि पुलिस की मौजूदगी में ही किसानों को वापस घर भेजा जाएगा!