इंसान के अंदर कुछ कर गुजरने का जज्बा हो, तो सफल होने से उसे कोई रोक नहीं सकता है। आज जिनके बारे में आपको बताने जा रहे हैं इनकी कहानी काफी प्रेरणा देती है। सफलता प्राप्त करने के लिए सबसे जरूरी शर्त है अफसलताओं के सामने नहीं झुकना। ऐसा कई बार होता है कि सफलता आसानी से नहीं मिलती है लेकिन जो लोग असफलताओं से विचलित हुए बगैर अपने प्रयास जारी रखते हैं सफलता उनको ही मिलती है।
लगन से की गई मेहनत कभी बेकार नहीं जाती। यूपीएससी की परीक्षा में हर कोई पास होना चाहता है। यूपीएससी सिविल सर्विस परीक्षा 2016 में ऑल इंडिया रैंक 7 प्राप्त करने वाले आनंद वर्धन की कहानी कुछ ऐसी ही है। आनंद को यूपीएससी में कई बार असफलता मिली, लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी और चौथे प्रयास में अपना सपना पूरा कर लिया।

अपने लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए खुद पर भरोसा और जज्बा होना काफी जरूरी होता है। कई युवा इनसे प्रेरणा ले रहे हैं। मूल रूप से बिहार के सिवान जिले के रहने वाले आनंद वर्धन पढ़ाई में हमेशा होशियार रहे। उन्होंने इंटरमीडिएट तक की पढ़ाई गृह नगर में की, जिसके बाद इंजीनियरिंग के लिए दिल्ली आ गए। इंजीनियरिंग की डिग्री हासिल करने के बाद उनकी नौकरी लग गई।

एक बार जब उन्होंने यूपीएससी परीक्षा पास करने की ठानी, तो फिर पीछे मुड़कर नहीं देखा। यूपीएससी परीक्षा पास करने के लिये सभी दम लगाकर मेहनत करते हैं। बिना मेहनत के इसमें कुछ हासिल नहीं होता है। इन्होनें नौकरी के दौरान यूपीएससी की तैयारी करने का फैसला किया था। इस फैसले में परिवार ने भी उनका समर्थन किया। इस तरह उनकी यूपीएससी की जर्नी शुरू हो गई।

यूपीएससी की तैयारी करने वाले हर कैंडिडेट का अलग नजरिया होता है। यूपीएससी की परीक्षा जो देता है वह पढाई में काफी अच्छा होता है। उन्होंने नौकरी के साथ यूपीएससी की तैयारी शुरू की। शुरुआती तीन प्रयासों में भी सिविल सेवा की प्री-परीक्षा भी पास नहीं कर पाए। उन्होंने अपनी गलतियों को सुधारा और बेहतर तरीके से चौथा प्रयास किया। इस बार उन्होंने न सिर्फ परीक्षा पास की बल्कि टॉप 10 सूची में शुमार हो गए।