आपने आजतक सुना होगा कि इंसान ने रक्तदान किया तो दूसरे इंसान की जान बची। रक्तदान महादान माना जाता है। रिश्ते केवल इंसान ही नहीं बनाते बल्कि इंसान के सबसे विश्वासपात्र दोस्त माने जाने वाले कुत्ते भी इस मामले में कम नहीं हैं। रिश्ते भी ऐसे-वैसे नहीं बल्कि ‘खून’ के रिश्ते। ऐसा ही एक खून का रिश्ता बनाया है स्ट्रे डॉग स्माइली ने। स्माइली ने पालतू डॉग टाइगर को अपना खून देकर उसकी जान बचा ली।
खून देकर जान बचाना सिर्फ इंसानों तक ही नहीं जानवरों में भी कारगर है। रक्त किसी को भी नया जीवन दे सकता है। यह मामला सुनने में बेशक फिल्मी कहानी लगे लेकिन यह एकदम सच है।

इस मामले की चर्चा अंबाला के नुक्कड़ – नुक्कड़ पर हो रही है। हर कोई इसकी चर्चा कर रहा है। आपको बता दें कि अंबाला के पॉमेरियन ब्रीड के एक पालतू डॉग टाइगर को किसी बीमारी के कारण खून की कमी हो गई। टाइगर का खून नाक के जरिए बह गया। उसमें मात्र 3 ग्राम खून रह गया था। उसकी स्थिति काफी नाजुक हो गई थी।

टाइगर के परिवार वाले सभी चिंतित हो गए कि अब क्या होगा। उन्होंने हार मान ली थी लेकिन डॉक्टर ने टाइगर के मालिक को सलाह दी कि उसके लिए जल्द से जल्द किसी अन्य डॉग के रक्त का इंतजाम किया जाए, तभी इसकी जान बचाई जा सकती है। टाइगर के मालिक को कहीं से पशु-पक्षी प्रेमी भरत का नंबर मिला। उन्होंने भरत से अपने डॉग टाइगर की जान बचाने के लिए किसी अन्य डॉग के रक्तदान की गुहार लगाई।

मामला फिल्मी है लेकिन दिल को छू लेने वाला है। ऐसा शायद ही कहीं दूसरी जगह हुआ होगा। टाइगर की ज़िंदगी शायद अभी बची थी इसलिए जैसे ही भरत को पता चला तो वे एक स्ट्रे डॉग स्माइली को लेकर प्राइवेट अस्पताल पहुंचे और उसका रक्तदान करवाया। स्माइली का खून टाइगर को चढ़ाया गया। अब टाइगर की जान खतरे से बाहर है। स्ट्रे डॉग भरत की देखरेख में उनके पास ही है ताकि उसे पूरी तरह से डाइट दी जा सके।