कुदरत की बनाई सबसे खूबसूरत चीज़ इंसान ही है। ज़मीन पर इंसान सबसे ज़्यादा बुद्धिमान और विवेकशील इंसान हैं वो जो चाहे कर सकता है, नामुमकिन को भी मुमकिन बनाने का विवेक कुदरत ने सिर्फ और सिर्फ इंसान को ही बख्शा है।
लेकिन इन सबके बावजूद आज का इंसान इतना ज़्यादा स्वार्थी हो चुका है कि आजकल कहा जाने लगा है कि इंसानों से तो लाख बेहतर जानवर ही हैं। लेकिन आज हम आपको एक ऐसे इंसान के बारे में बताने जा रहे हैं, जो इंसान के साथ-साथ एक चिकित्सक भी हैं,और उनके इसी गुण की वजह से इंसान क्या जानवर भी खुशहाल हैं, वो कैसे, चलिए आगे पढ़िए पूरी कहानी।

हम बात कर रहे हैं ऑस्ट्रेलियाई पशु चिकित्सक की जी हाँ, कुछ साल पहले थाईलैंड-म्यांमार सरहद के पास कुछ हाथी लैंडमाइन की चपेट में आ गए थे जिसके बाद इनमें से कुछ ने अपने पैर खो दिए, तो कुछ बुरी तरह घायल हो गए।
इन हाथियों की स्थिति बहुत खराब हो सकती थी लेकिन ये भाग्यशाली रहे क्योंकि इनके लिए एक ऑस्ट्रेलियाई पशु चिकित्सक डॉ क्लोइ बाइटिंग फरिश्ता बन कर सामने आ गई।

जंगल डॉक्टर के नाम से प्रसिद्ध डॉ क्लोइ थाईलैंड में हर तरह के जानवरों का इलाज करती हैं लेकिन उन्होंने जिस तरह से इन हाथियों को नया जीवन दिया उससे दुनिया इनकी तरफ आकर्षित हुई जिसके बाद इन्हें एक विशेष पहचान मिली।
चियांग माई में लगभग तीन साल पहले डॉ क्लोइ की उन लोगों से दोस्ती हुई जो 1993 से एशियाई हाथियों के एक समूह की देखरेख कर रहे थे। यहीं से ये इन हाथियों के संपर्क में आईं।
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डॉ क्लोइ ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो अपलोड किया जिसमें एक हाथी कृत्रिम पैरों की सहायता से चल रहा था। इसके साथ ही क्लोइ ने बताया कि कैसे एफएई हाथियों के लिए बनाए गए दुनिया के पहले अस्पताल को चला रही है।
उन्होंने अपने वीडियो में बताया कि पास में ही एक प्रोस्थेटिक्स का कारखाना है, और वहां ऐसे लोगों की एक बेहतरीन टीम है जो लैंडमाइन में घायल हुए हाथियों के लिए कृत्रिम पैर डिजाइन करते हैं, उन्हें बनाते हैं तथा उन्हें हाथियों के पैर की जगह पर फिट करते हैं।

तो इस तरह से इस चिकित्सक ने अपने हुनर के दम पर मानवता को जीतने का काम किया है और ये बता दिया है कि हम इंसान कुछ भी कर सकते हैं। और इंसान ही क्या बेज़ुबानों की भी मदद कर सकते हैं, जो सभी को करनी भी चाहिए।