आपने अपनी नानी और दादी से बहुत सी कहानियां, बहुत से किससे, बहुत सी स्टोरी सुनी होंगी। कई किताबों में आपने पढ़ा लिखा होगा। कई भूतों की कहानियां सुनी होंगी। कहीं तो लोगों के मुंह से आपने सच्चाई की बात करते हुए भी इस बारे में सुना होगा, कि यमराज किसी को उठाकर लेकर जाता है, और फिर उसे बताया जाता है, तू गलत इंसान को उठाकर ले कर आ गया।
फिर यमराज उसे वापस छोड़ जाता है, इंसान जिंदा हो जाता है। ये तरह-तरह के किस्से आपने जरूर सुने होंगे, और नहीं होंगे तो पढ़े जरूर होंगे, अगर पढ़े भी नहीं होंगे तो कहीं ना कहीं स्टोरी में किताबों में कहानी में फिल्म में सीरियल में देखें जरूर होंगे।

दोस्तों एक ऐसा ही किस्सा हम आपको बताने जा रहे हैं, जहां पर परिजन एक मुर्दे को श्मशान घाट लेकर पहुंचते हैं। और उसे जलाने की तैयारी करते हैं। खबर के मुताबिक वह मुर्दा उठ कर खड़ा हो जाता है। इस बारे में सूचना डॉक्टर को दी जाती है।
डॉक्टर्स की टीम वहां पहुंचती है। और डॉक्टर्स की टीम फिर से उसे मुर्दा घोषित कर देती है, मृत घोषित कर देती है। लेकिन उसके बाद मोह-माया के चलते परिवार जन उसे सच बात नहीं मानते, यानी वह नहीं मानते कि उनका परिवार का जन जो मुर्दा है, वह वास्तव में मुर्दा है।

पूरी स्टोरी, पूरी कहानी क्या है, आपको विस्तार से बताते हैं। यह मामला एमपी के अशोकनगर जिले का है। बीते वीरवार को श्म शान घाट में उस समय हड़कंप मच गया जब एक व्यक्ति चिता से उठकर बैठ जाता है तथा तेज़ आवाज़े निकालने लगता है।
इसके बाद घरवालों ने डॉक्टर और एम्बुलेंस को सम्पर्क किया। जानकारी के मुताबिक इस अस्पताल में अनिल जैन नाम के एक आदमी को लाया गया। उसकी सेहत लगातार खराब होने के कारण उसे जिला अस्पताल में एडमिट किया गया था।

करीबन दो हफ्तों से उसे जिला अस्पताल में एडमिट किया गया था। अनिल जैन के भाई के मुताबिक उसे कोरोना की शिकायत थी। वीरवार को डॉक्टर ने उसे मरा हुआ घोषित कर दिया। किंतु जब हम उसे श्मशान घाट लेकर आए तो उसके शरीर में हलचल हुई तथा ओम, ओम की आवाज भी आई एवं वह उठकर बैठ गया।

इसके बाद वहां फिर से डॉक्टर्स को बुलाया गया तो फिर से डॉक्टर्स ने उसे मृत ही घोषित कर दिया, लेकिन अब परिजन लगातार अस्पताल प्रबंधन और डॉक्टर्स पर आरोप लगाने लगे, लेकिन डॉक्टर्स और अस्पताल प्रबंधन ने इन सभी आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया।
अब इसके पीछे की सच्चाई क्या है ये तो कुदरत ही जानती है, लेकिन इस कोरोना काल में ये तो कहा जा सकता है कि इस कोरोना ने मानवता को भी बहुत ठेस पहुंचाई है।