इजरायल और फिलिस्तीन के बीच आर-पार की जंग देखने को मिल रही है। दोनों तरफ से रॉकेट दागे जा रहे हैं और लोग अपनी जान गवा रहे हैं। इजरायल की तरफ से आतंकी संगठन हमास पर निशाना साधा जा रहा है। इस संगठन ने इजरायल पर रॉकेट दागे थे। वहीं इजराइल ने अपनी थल सेना का इस्तेमाल तो नहीं किया, लेकिन बेहद ताकतवर एयरफोर्स के जरिए फिलीस्तीन में भारी तबाही मचाई है।
इस जंग में अब तक 6 इजराइली (एक भारतीय महिला भी) और 53 फिलीस्तीनी नागरिकों की मौत हुई है। हालात अब और ज्यादा खतरनाक हो सकते हैं। इजराइल के डिफेंस मिनिस्टर बेनी गैंट्स ने बुधवार शाम कहा- हमारी सेना के गाजा पट्टी और फिलीस्तीन में हमले बंद नहीं होंगे। हम अब तब तक रुकने को तैयार नहीं हैं, जब तक दुश्मन को पूरी तरह शांत नहीं कर देते।

इसके बाद ही अमन बहाली पर कोई बात होगी। इजराइल अब लंबे समय तक शांति कायम करने के उपाय करके ही रहेगा। हमने हमास के 6 कमांडर मार गिराए हैं। वहां तमाम बड़ी बिल्डिंग्स, फैक्ट्रीज और सुरंगे जमींदोज की जा चुकी हैं।

इजरायली सेना ने यह भी कहा कि इस तरह के हमले करने से पहले हम हर वह कदम उठाते हैं जिससे आम आदमी निकाला जा सके। साथ ही आम नागरिकों की प्रॉपर्टी को नुकसान न पहुंचे।

सेना ने कहा कि हमास जानबूझकर अपने सैन्य ठिकानों को इस तरह की इमारतों में बनाता है जिससे आम नागरिकों के जीवन को खतरा पैदा हो जाता है। इजरायली सेना ने कहा कि हमारे फाइटर जेट ने गाजा में इमारतों पर हमला करने से पहले उसमें मौजूद आम नागरिकों को चेतावनी दी थी और उनको निकलने का पूरा समय दिया था।

बता दे कि महज तीन दिन में दोनों शत्रुओं के बीच लड़ाई ने 2014 के उस विध्वंसक युद्ध की याद दिला दी जो 50 दिन तक चला था। इस लड़ाई ने इजरायल में दशकों बाद भयावह यहूदी-अरब हिंसा को जन्म दिया है। इजरायल ने सुबह होते ही कई हवाई हमले किए और गाजा में दर्जनों ठिकानों को निशाना बनाया।