सभी इंसान में कोई न कोई कमी तो जरूर होती है लेकिन इसे कमजोरी बनाकर नहीं जीना चाहिए बल्कि वो आपका हौसला होना चाहिए। बहुत ऐसे लोग है जो अपनी कम हाइट की वजह से आगे नहीं जा पाते है ऐसे में वो अपने आपको सबसे कमजोर इंसान मानने लगते है। इसी बीच आज हम आपको एक ऐसी महिला की कहानी बताने जा रहे है जिसकी कम हाइट होने के बावजूद भी हिम्मत नहीं हारी।

जिसकी हाईट हैं 3 फुट 3 इंच, लेकिन आज अपनी काबिलियत के बदौलत वो आईएएस अफसर बनने में सफल रहीं हैं। आरती डोगरा के बारें में बात करें तो उनका जन्म देहरादून में हुआ था।
आरती डोगरा के पिता भारतीय आर्मी में कर्नल के पद पर कार्यरत रहें हैं। आपको बता दें की, बचपन में ही डॉक्टर ने आरती डोगरा के माता-पिता को बताया था की, आरती डोगरा शारीरिक रूप से कमजोर है जिस वजह से उनकी हाईट ज्यादा नहीं बढ़ेगी।

फिर आरती के माता-पिता ने आरती को पढ़ाई में अव्वल शिक्षा देने का फैसला किया और पुरा ध्यान आरती पर दिया। आरती ने अपनी स्कूली पढ़ाई देहरादून के प्रतिष्ठित वेल्हम गर्ल्स स्कूल से की।
इसके बाद उन्होंने इकोनॉमिक्स सब्जेक्ट में दिल्ली विश्वविद्यालय के लेडी श्रीराम कॉलेज से ग्रेजुएशन की। वहीं ग्रेजुएशन पूरी करने के बाद आरती आगे की पढ़ई के लिए वापस देहरादून चली गयी।

यहाँ उनकी मुलाकात उत्तराखंड की पहली महिला आईएएस अफसर मनीषा पंवार से हुई।उनसे मिलने के बाद ही आरती ने उन्हें अपनी प्रेरणा बनाया और UPSC सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी करने का निर्णय लिया।
आरती ने अपने पहले ही एटेम्पट में IAS की परीक्षा को क्लियर किया और 2006 बैच में सिविल सेवा को ज्वाइन किया। आपको बता दे कि आरती जोधपुर डिस्कॉम में निदेशक के पद पर नियुक्त होने वाली पहली महिला आईएएस अधिकारी हैं।

बिजली बचत को लेकर जोधपुर डिस्कॉम में एनर्जी एफिशियेंसी सर्विस लिमिटेड (ईईएसएल) की ओर से उनकी अध्यक्षता में 3 लाख 27 हजार 819 एलईडी बल्ब बांटे गए।