देश की नेशनल कैपिटल रीजन ट्रांसपोर्ट कॉर्पोरेशन, दिल्ली और उसके पड़ोसी शहरों को आपस में जोड़ने के लिए रीजनल रैपिड ट्रांजिट सिस्टम की योजना लेकर आईं हैं,जो जल्द ही शुरू होगी।
इस योजना के तहत दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ कॉरिडोर का विकास इसके पहले चरण में किया जा रहा है। जल्द ही रैपिड रेल का दूसरा सेट दुहाई डिपो में पहुंचने वाला है।इस से पहले पहली रैपिड रेल इस साल जून में दुहाई डिपो पहुंची थी। जिसका दुहाई डिपो में अगस्त से ही ट्रायल रन चल रहा है। यह ट्रायल तीन चरणों में चलेगा।
आपको बता दें कि गुजरात के सांवली एलस्ट्रोम प्लांट से 14 दिन पहले ही सड़क मार्ग के द्वारा दूसरी रैपिड रेल रवाना हुई थी। यह ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे पर पलवल के पास पहुंच गई है, जिसमे छह कोच हैं।
सूत्रों के मुताबिक, दूसरी रैपिड रेल का दुहाई डिपो के अंदर ही ट्रायल किया जाएगा। वहीं मार्च 2023 में साहिबाबाद से दुहाई तक 17 किमी लंबे प्राथमिकता खंड पर छह कोच की रेल शुरू कर दी जाएगी। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि इस रूट पर कुल 13 रैपिड रेल चलाई जाएगी।
वहीं एनसीआरटीसी के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी पुनीत वत्स ने बताया कि,दुहाई डिपो में छह कोच की दूसरी रैपिड रेल के आने की सभी आवश्यक तैयारियां कर ली गई हैं।अक्तूबर में एनसीआरटीसी कॉरिडोर पर ट्रायल रन शुरू करने की योजना पर काम कर रहा है।
आपको बता दें कि एनसीआरटीसी ने कोच को लाने के सभी इंतजाम पूरे कर लिए गए हैं।अब ये कोच ईस्टर्न पेरिफेरल वे से पलवल, फरीदाबाद, ग्रेटर नोएडा, दादरी, डासना टोल होते हुए दुहाई पहुंचेंगे।
दूसरी रैपिड रेल के डिपो पहुंचने के एक सप्ताह के अंदर उसे जोड़ने का काम किया जाएगा।इसके बाद उसे ट्रायल के लिए पटरी पर उतारा जाएगा।