इन दिनों कोरोना काल में अपना, अपने को ही नहीं पूछ रहा है। लेकिन ऐसे में, एक इंसान ने कुत्ते को लेकर पेश कर दी नज़ीर। इंसान और कुत्तों के बीच प्रेम का उदाहरण आपने कई बार देखा होगा। साथ ही ऐसी कई कहानियां भी सुनी होगी।
कुत्तों और इंसान को लेकर कई फिल्में भी बन चुकी हैं। बाॅलीवुड में ही सन 1985 में एक मूवी ‘तेरी मेहरबानियां’ आई थी। जिसमें जैकी श्रॉफ और पूनम ढिल्लो मुख्य किरदार में थे।

इसमें कुत्ते और इंसान की मोहब्बत को बखूबी दिखाया गया है। ऐसे ही प्रेम का उदाहरण विद्यापतिनगर प्रखंड की शेरपुर ढेपुरा पंचायत के शेरपुर दियारा गांव में देखने को मिला।
जहां निकली एक अनोखी शव यात्रा ने बरबस ही मानवीय संवेदनाओं को संबल प्रदान किया है। शेरपुर ढेपुरा पंचायत के शेरपुर दियारा निवासी नरेश साह ने अपने पालतू कुत्ते की मौत होने के बाद मंगलवार को हिंदू रीति-रिवाज से उसकी अंतिम विदाई कर पशु-प्रेम की अनूठी मिशाल पेश की है।

बैंड-बाजों की धुनों के बीच टाॅनी (पालतू कुत्ते) की शवयात्रा में चलते लोगों की आंखें जहां नम थीं। वहीं हर कोई एक मालिक द्वारा कुत्ते की वफादारी में मरणोपरांत दिए जा रहे सम्मान का कायल हो रहे थे।
कहते हैं कि इंसान और जानवर का रिश्ता मोहब्बत का रिश्ता होता है, वफादारी का रिश्ता होता है। इंसान से रिश्ते में कई बार चूक हो जाती है लेकिन जानवर से रखे रिश्ते के साथ कोई चूक नहीं होती है, क्योंकि इंसान गद्दारी कर सकता है लेकिन जानवर कभी भी गद्दारी नहीं करता है। इसलिए अपने आप में ये एक बहुत बड़ा उदाहरण है, आज के इस समय के लिए।