हरियाणा के उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने कहा कि राज्य सरकार का प्रयास है कि प्रदेश के सभी गांव गंदगीमुक्त (all villages filth free) हों, ताकि वे चकाचक दिखाई दें। उन्होंने अधिकारियों को डोर-टू-डोर कूड़ा उठाने के लिए एक विशेष योजना (special scheme for door-to-door garbage collection) तैयार करने के निर्देश दिए। विकास एवं पंचायत विभाग के अधिकारियों की बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। इस अवसर पर विकास एवं पंचायत मंत्री देवेंद्र सिंह बबली भी उपस्थित थे।
दुष्यंत चौटाला ने कहा कि राज्य के गांवों में लोग अपने घरों से कूड़ा-कर्कट उठाकर बाहर फिरनी या पंचायती जमीन पर डाल देते हैं जिसके कारण गंदगी का आलम बन जाता है।

बारिश के दिनों में तो बीमारियां फैलने की आंशका बन जाती है। उन्होंने कहा कि लोगों को इसी गंदगी से निजात दिलाने के लिए राज्य सरकार ने डोर-टू-डोर कूड़ा उठाने की योजना बनाने का निर्णय लिया है।

यह कार्य किसी कंपनी या एनजीओ के माध्यम से करवाया जाएगा। इस कूड़ा-कर्कट की सूखा-गीला के आधार पर छंटनी करके सोलिड ट्रिटमैंट प्लांट में भेजा जाएगा ताकि अच्छे ढ़ंग से इसका निस्तारण किया जा सके।

उपमुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि ऐसी योजना बनाएं जिसमें डोर-टू-डोर कूड़ा उठाने वाली कंपनी अथवा एनजीओ ही गांव के स्कूल, अस्पताल, आंगनबाड़ी, पंचायत घर आदि सार्वजनिक स्थानों पर निर्धारित कुछ चिन्हित प्वांइटस से भी वहां का कूड़ा-कर्कट उठाएं ताकि गांव की गलियों या सडक़ों पर पड़ा गोबर व अन्य गंदगी को साफ किया जा सके।

उन्होंने कहा कि कूड़ा उठाने वाली कंपनी की गाड़ी का गांव में आने का समय पंचायत या अन्य सामाजिक संस्थाओं से बातचीत करके तय किया जाना चाहिए ताकि लोगों को कोई परेशानी न हो।

इस अवसर पर विकास एवं पंचायत विभाग के निदेशक धीरेंद्र खडगटा के अलावा अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।