तुर्कमेनिस्तान के राष्ट्रपति गुरबांगुली बेर्दयमुखमेदोव ने पिछले दिनों अपने पसंदीदा कुत्ते की सोने की विशाल मूर्ति का अनावरण किया। तुर्कमेनिस्तान की राजधानी अश्गाबात में अलाबाई प्रजाति के इस कुत्ते की मूर्ति को स्थापित किया गया है।
20 फीट ऊंची यह मूर्ति कांसे की है और इस पर 24 कैरेट सोने की परत चढ़ाई गई है। इस मूर्ति को 30 फीट ऊंचे पोडियम पर स्थापित किया गया है।

वहां की सरकार के मुताबिक यह मूर्ति कांसे की बनाई गई है और इस पर 24 कैरेट सोने की परत चढ़ाई गई है। मूर्ति की ऊंचाई 20 फुट की है। कुत्ते की इस मूर्ति को वहां के नए इलाके अश्गाबात में स्थापित किया गया है जहां सरकार के अधिकारियों के रहने की व्यवस्था की गई है।
आपको बता दे कि तुर्कमेनिस्तान की आर्थिक हालत ठीक नहीं है और लोग गरीबी में जीवन बिता रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ राष्ट्रपति गुरबांगुली बेर्दयमुखमेदोव सोने की मूर्तियों का मोह नहीं छोड़ पा रहे हैं। इससे पहले उन्होंने साल 2015 में खुद की सोने की मूर्ति बनवाई थी।

वे साल 2007 से सत्ता में काबिज हैं। वहीं गुरबांगुली बेर्दयमुखमेदोव कुत्ते की इस प्रजाति को लंबे समय से काफी पसंद करते हैं जो देश में ही पैदा होती है और इसे तुर्कमेनिस्तान के राष्ट्रीय पहचान का हिस्सा माना जाता है। गुरबांगुली ने कुत्ते की इस प्रजाति को समर्पित करके कई किताबें और कविताएं लिखी हैं।

वह इस कुत्ते को उपलब्धि और विजय का प्रतीक मानते हैं। उन्होंने एक बार तो अलबी प्रजाति के एक कुत्ते को रूस के राष्ट्रपति को गिफ्ट के रूप में दिया था।