Categories: FeaturedIndian

एक इंसानियत ऐसी भी,इस तरीके से रोज़ यह पुलिसवाला करता है हज़ारो बेजुबानों की मदद

यह पुलिसवाला करता है हज़ारो बेजुबानों की मदद: महामारी के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए देश में कर्फ्यू लागू है। इस दौरान केवल जरूरी सेवाओं की छूट है। लोगों के बेवजह घरों से बाहर न‍िकलने पर पाबंदी है। कर्फ्यू के दौरान आवारा जानवर भी भूखे प्‍यासे हैं। ऐसे में पुलिस ने इन आवारा पशुओं को खाना खिलाने की सराहनीय पहल की है। पुलिस ने आवारा पशुओं को खाना और फल खिलाए। पुलिस का कहना है कि, प्रकृति में पशु-पक्षी हमारे मित्र और बंधु हैं, हमें उनकी भी सेवा करनी चाहिए।

और ऐसा करने से ही पता चलता है कि हम भी इंसान हैं, क्योंकि इंसान वही होता है जो दूसरों के दर्द को समझ सके महसूस कर सके, वरना अपना दर्द जो जानवर भी महसूस करते हैं। इंसान वही होता है जो बेज़ुबानों को भी समझे और उनकी ज़ुबान बनने की कोशिश करे।

भूखे जानवरो को खाना खिलाता है केरल का यह पुलिसवाला

भूखे जानवरो को खाना खिलाता है केरल का यह पुलिसवाला

और ऐसा ही कर दिखाया है इस पुलिसकर्मी ने, कौन हैं ये, और कैसे जानवरों की मदद कर रहे हैं इस लॉकडाउन में चलिए आपको बताते हैं। बतादें केरल के एक पुलिसकर्मी ने एक ऐसी मिसाल कायम की है, जिसे जानने के बाद कई लोग इससे प्रेरित होंगे।

नेमोम पुलिस स्टेशन के सब इंस्पेक्टर सुब्रमण्यम पोट्टी एस को हर रोज वेल्लायनई लेक पर आवारा जानवरों को खाना खिलाते देखा जा सकता है। सुब्रमण्यम रोजाना इस लेक पर जाते हैं और आवारा जानवरों को खाना खिलाते हैं।

इतना ही नहीं बल्कि, खाना देने के बाद वह दोबारा ये सुनिश्चित करने भी आते हैं कि जानवरों ने सारा खाना खाया या नहीं। सुब्रमण्यम पिछले दो महीनों से जानवरों को खाना खिला रहे हैं। एक दिन अपनी ड्यूटी के दौरान जब सुब्रमण्यम इधर से गुजर रहे थे, तब उन्होंने देखा कि सभी जानवर बीमार और उदास लग रहे थे।

लॉकडाउन मे कई बेज़ुबान भुखमरी से थे पीड़ित

उनकी ये हालत देख कर सब इंस्पेक्टर को ये समझते देर ना लगी कि ये बेजुबान भूखे हैं। अगले ही दिन से सुब्रमण्यम ने इन्हें भोजन कराना शुरू कर दिया। अब तो इन्होंने ऐसी व्यवस्था कर दी है कि अगर वह छुट्टी पर होते हैं तब भी इन जानवरों को खाना मिल जाता है।

यह जिम्मेदारी इन्होंने अपने सहकर्मियों को दे रखी है कि उनके ना होने पर भी ये जानवर भूखे ना रहें। सुब्रमण्यम का कहना है कि उनके लिए ये बहुत पुण्य का काम है,और वो इसे निरंतर आगे बढ़ाना चाहते हैं, और उनका मानना है कि उन्हें देखकर अगर और लोग भी इसी तरह से आगे आएं तो ये बहुत बड़ी बात होगी।

क्योंकि एक इंसान तो बोलकर मदद मांग सकता है, लेकिन जानवर तो वो भी काम नहीं कर सकता है इसलिए हमें आगे आकर ख़ुद बेज़ुबानों की ज़ुबान बनने की ज़रूरत है।

Pehchan India

Recent Posts

Whatsapp पे भेजे गए मैसेज को किआ जा सकेगा एडिट। जल्द आएगा ये नया फीचर

वॉट्सऐप एक ऐसे फीचर पर काम कर रहा है जिससे यूज़र्स भेजे गए मैसेज को…

2 years ago

स्त्री यहाँ न आना !! जानिए- देश का कौन सा शहर है महिलाओ के लिए सबसे असुरक्षित?

भारत के कई शहरों में क्राइम के आंकड़ें लगातार बढ़ते जा रहे हैं. अगर बड़े…

2 years ago

अजूबा: चिम्पैंजी ने ऑनलाइन मंगाया पिज्ज़ा, फिर हाथ में पैसे लेकर खड़े जानवर को देख घबरा गया डिलीवरी ब्वॉय

बंदर, चिंपैंजी, गोरिल्ला इन जानवरों को इंसानों का पूर्वज कहा जाता है. आज भी इन…

2 years ago

चाची को साइकिल पर बैठा चले चाचा जी और फिर हुआ कुछ ऐसा की अगले सेकंड मिले नहर में देखिए वीडियो

बुजुर्ग लोगों की मस्ती से जुड़े वीडियो भी सोशल मीडिया पर खूब ध्यान खींचते हैं.…

2 years ago

सपना चौधरी के 52 गज का दामन पर नाचने लगा ‘रावण’, वायरल हो गया डांस वीडियो

एक तरफ बालीवुड फिल्म आदिपुरुष में रामायण के किरदारों उनके हाव-भाव को लेकर देशभर में…

2 years ago

अजब प्रेम की गजब कहानी:62 साल के चाचाजी को दिल दे बैठी ये लड़की, हैरान कर देगी आपको ये लव स्टोरी ।

सोशल मीडिया में अभी एक कथित प्रेमी-प्रेमिका का वीडियो जमकर देखा जा रहा है. इसमें…

2 years ago