चीन में कई खानपान ऐसे हैं जो बेहद हैरान करने वाले हैं और सोचने पर मजबूर कर देते हैं कि कोई इसे कैसे खा सकता हैं। महामारी को लेकर भी चीन के इसी खान पान को जिम्मेदार माना जाता रहा है। इस वायरस की वजह से रोजाना हजारों लोगों की जान जा रही है लेकिन चीन अब भी अपने खान-पान को लेकर सुधार नहीं किया है।
हाल ही में वहां कॉकरोच से बने शरबत का प्रचलन तेज हो गया है।आपको बता दे कि चीन के शीचांग शहर में एक दवा कंपनी हर साल 600 करोड़ कॉकरोच का पालन करती है। साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट के अनुसार एक बिल्डिंग में इनको पाला जा रहा है।

इस बिल्डिंग का क्षेत्रफल लगभग दो खेल के मैदानों के बराबर है। वहां अलमारियों की पतली कतारों में इसे पाला जाता है। इनके लिए खाने और पानी का इंतजाम होता हैं।अंदर घुप्प अंधेरा होता है और वातावरण में गर्मी और सीलन बनाकर रखी जाती है।
यहां के शोधकर्ताओं के हिसाब से, अगर आप कॉकरोच के फायदे के बारे में जानेंगे तो चकित हो सकते हैं। शोधकर्ताओं के हिसाब से कॉकरोच से बहुत ही गुणकारी दवाई इससे बनाई जाती है।

कॉकरोच से दस्त, उल्टी, पेट के अल्सर, सांस की परेशानी और अन्य बीमारियों के इलाज की दवाई बनाई जा सकती है। शोधकर्ताओं के अनुसार कॉकरोच वास्तव में एक चमत्कारी दवा है।
बताया जाता है कि जब कॉकरोच व्यस्क होते है उनको कुचल दिया जाता है और उसको शरबत बनाने में इस्तेमाल किया जाता है। माना जा रहा है कि कॉकरोच का तरल फॉर्म में सेवन कई क्रॉनिक बीमारियों से राहत देता है।

इसी वजह से चीन में बड़े पैमाने पर पैदा किया जा रहा है। अपने औषधीय गुणों के कारण कॉकरोच फार्मिंग एक फायदेमंद बिजनेस की तरह उभरा है।