शराब का सेवन सेहत के लिए हानिकारक है यह जानते हुए भी देशभर के करीब 15 प्रतिशत लोग शराब पीते हैं। नशीले पदार्थों के सेवन में शराब के बाद दूसरे नंबर पर भांग है जिसका करीब 3 करोड़ लोग सेवन करते हैं। शराब कई प्रकार की होती हैं जैसे बीयर, शैम्पेन, साइडर, पोर्ट और शेरी, व्हिस्की, रम, ब्रांडी और जिन आदि।
वैसे तो भारत में शराब के कई नामो से जाना जाता है जैसे की मंदिरा, शराब, दारू और सोमरस आदि. लेकिन इन सभी नामो का मतलब होता है कि ऐसा पेय पदार्थ जिसमे अल्कोहल मिला हो.

शराब को बनाने में कई चीज़ों का इस्तेमाल किया जाता है जैसे की गेंहूँ, मक्का, जौ, गन्ना और कई फलों का भी इस्तेमाल किया जाता है. अलग अलग तरह की शराब बनाने में अलग अलग चीज़ों जैसे की बियर बनाने में गेंहूँ, जौ और मक्के का इस्तेमाल होता है इसी तरह दूसरी शराबों को बनाने में अलग अलग चीज़े इस्तेमाल में ली जाती है.
बीयर

बीयर में भी शराब की मात्रा बहुत कम होती है, जबकि रम में यह मात्रा अत्यंत उच्च है, और इन सब में शैम्पेन सबसे महंगी शराब है। बीयर तैयार करने के लिए फल और साबुत अनाज के रस का प्रयोग किया जाता है। इसमें बहुत ही कम मात्रा में एल्कोहल मिलाते हैं। हालांकि इसके अधिक सेवन से बचना भी चाहिए।
वाइन

वाइन का रोजाना एक ग्लास शरीर को तरोताजा रखने में मददगार होता है। इसके अलावा ये भी कहा जाता है कि ऐसा सेवन हृदय रोग के खतरे, हाई ब्लड प्रेशर और डायबिटीज जैसी बीमारी के खतरे से बचा सकता है।
व्हिस्की

व्हिस्की कार्बोहाइड्रेट का अच्छा स्रोत है। इसके एक जाम में सिर्फ 65 कैलोरी होती है और इसमें फैट्स बिल्कुल नहीं है। व्हिस्की का सेवन कैंसर से बचाव में मददगार हो सकता है। इसमें एंटीऑक्सीडेंट्स अच्छी मात्रा में हैं जो कैंसर की कोशिकाओं से लड़ने में मदद करते हैं। इसमें एलेजिक एसिड अच्छी मात्रा में है जो डीएनए में नाइट्रोसेमाइन्स और पोलीसाइक्लिक हाइड्रोकार्बन जैसे कार्सिनोजेनिक तत्व से लड़ने में मदद करते हैं।
ब्रांडी

ब्रांडी दूसरे एल्कोहॉलिक प्रोडक्ट्स की तुलना में ज़्यादा फ़ायदेमंद होती है। इसमें कार्बोहाइड्रेट कम होता है। इसलिए ब्रांडी से वज़न नियंत्रित रहता है।
वोदका

वोदका में एल्कोहोल की मात्रा अधिक होती है लेकिन अगर इसका सही तरह से सेवन किया जाए तो सके कई फायदे हैं। वोदका त्वचा को मुलायम बनाकर उसकी रंगत निखारता है। त्वचा की रंगत निखारने के लिए यह बहुत ही अच्छा प्राकृतिक उपाय है।