हमारा समाज आज भी जागरूक होने की जरूरत है। कहते है न इंसान इंसान को ही मारता है। दरअसल एक महिला की जन्म से जुड़ी एक बीमारी उसे इतना बेबस कर दिया कि उसे अपना घर छोड़ना पड़ा गया।
आपको बता दे कि यूं तो सबके हाथ-पैरों में कुल 20 अंगुलियां होती है। मगर ओडिशा के गंजम जिले के कड़ापाड़ा गांव में रहने वाली एक बुजुर्ग महिला के करीब 32 अंगुलियां हैं।

जिसमें हाथों में 12 और पैरों में 20 अंगुलियां हैं।महिला के लिए अब यही अंगुलियां उसके लिए परेशानी का सबब बन गई है। गांव वाले बिना कुछ जाने समझे उसे डायन मानने लगे हैं।
इतना ही नहीं वे उसे ताने मारकर परेशान करते हैं। इन सबसे छुटकारा पाने के लिए मजबूरी में महिला को अपना घर छोड़ना पड़ा है। गांववालों से बचने के लिए वह ज्यादातर समय घर की चारदीवारी में ही बिताती है।

ऐसा इसलिए हुआ है क्योंकि उनके हाथों में 12 और पैरों में 20 उंगलियां हैं। डॉक्टर इसे मात्र आनुवंशिक गड़बड़ी बता रहे हैं लेकिन गांव वाले महिला को अपनाने को तैयार नहीं हैं।
वहीं अपनी हालत से परेशान कुमारी कहती हैं, ‘मैं इसी तरह पैदा हुई थी, हम लोग गरीब थे इसलिए इसका इलाज नहीं करा पाए। मेरे आस-पड़ोस के लोग मानते हैं कि मैं डायन हूं और मुझसे दूर रहते हैं।’

लोगों की नफरत भरी निगाहों से बचने के लिए कुमारी घर के भीतर ही रहती हैं। नायक कुमारी के हालत पर सहानुभूति जताते हुए उनके एक पड़ोसी ने कहा,’यह एक छोटा सा गाँव है और यहाँ के लोग अंधविश्वासी हैं।
उसकी मेडिकल स्थिति है लेकिन वह इलाज का खर्च नहीं उठा सकता है। डॉक्टरों के मुताबिक जब भ्रूण मां के पेट में 7वें या 8वें हफ्ते का होता है तब ज्यादा उंगलियां विकसित हो जाती हैं। दुनिया में 1000 बच्चों में से एक बच्चे में ये बीमारी पाई जाती है।