हमारे देश में किसानों की हालत बिगड़ती जा रही है। किसानों की ओर कोई ध्यान नहीं दे रहा है। किसानों अभी भी बहुत पीछे है किसानों की खेतीं के लिए कोई नई तकनीक आया नहीं है।
इसका कारण यही है कि किसानों के पास उतना पैसा नहीं है जिससे कि वो नई मशीन लाकर इस्तेमाल कर सके। अब एक शख्स ने किसानों के बारे में ध्यान दिया है। उसके इस कदम से किसानों को बहुत खेतीं करने में बड़ी आसानी हुई हैं।

दरअसल राजस्थान के श्रीकरणपुर गांव के रहने वाले साइंटिस्ट नितिन गुप्ता इसरो की नौकरी छोड़कर पिछले आठ वर्षों से Sickle Innovations नाम से अपना स्टार्टअप चला रहे हैं।
अपने आधुनिक कृषि-आविष्कार के लिए इनके स्टार्टअप को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में अमेरिका की सिलिकॉन वैली में इनोवेटिव कंपनी का अवॉर्ड, फिक्की का बिजनेस इनोवेशन अवॉर्ड, सीआईआई टेक्निकल इनोवेशन इन एग्रीकल्चर अवॉर्ड, आईसीएफए का फूड एंड एग्रीकल्चर में बेस्ट फार्म टेक स्टार्टअप अवॉर्ड मिल चुका है।

वह किसानों के लिए ऐसे उपकरण ईजाद कर रहे हैं, जिनके मैकेनिज्म एकदम नए-नए होते हैं। किसानों की परेशानियों का हल निकालने के लिए साल 2014 में एक कंपनी आई जिसका नाम था सिकल इनोवेशन्स।
इस कंपनी ने किसानों को ऐसे-ऐसे उपकरण दिए जिससे उनकी काफी समस्याएं हल हो गईं। कंपनी अब हेक्टेयर नाम से अपने ये उपकरण बेचती है। इसे राजस्थान के रहने वाले नितिन गुप्ता और आंध्र प्रदेश के विनय रेड्डी ने मिलकर शुरू किया।

आपको बता दे कि नितिन पहले इंडियन स्पेस रिसर्च ऑर्गनाइजेशन में हाईटेक स्पेस इंजीनियर हुआ करते थे। तीन साल यहाँ काम करने के बाद उन्होंने इंडियन इंस्ट्यूट ऑफ साइंस, बेंगलुरु की ओर बढ़ चले, यहाँ आकर उन्होंने प्रोडक्ट डिजाइन और मैन्यूफैक्चरिंग का कोर्स किया। इस कोर्स के दौरान मशीनों में समस्या ढूंढने और उसका हल निकालने पर जोर दिया जाता था।