देश की राजधानी दिल्ली स्थित इजरायली दूतावास के करीब धमाका होने से सनसनी मच गई। ये घटना उस वक्त हुई जब इजरायली दूतावास से करीब दो किलोमीटर दूर बीटिंग रिट्रीट सेरेमनी चल रही थी।
वहीं दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल की टीम ने इजराइली दूतावास के निकट उस जगह का दौरा किया, जहां आईईडी विस्फोट हुआ था। टीम विस्फोट की जांच कर रही है और इस संबंधी सबूत एकत्र कर रही है।

सूत्रों से जानकारी मिली है कि जांच के दौरान पुलिस को एक लेटर बरामद हुआ है। लेटर में कहा गया है कि ये एक ‘ट्रेलर’ था।खत में ईरान के जनरल कासिम सुलेमानी और ईरान के वरिष्ठ परमाणु वैज्ञानिक मोहसिन फाखरीजादे का उल्लेख ‘शहीद’ के रूप में किया गया है।
बीते साल इन दोनों की ही हत्या कर दी गई है। बता दें कि दूतावास के बाहर से जहां ब्लास्ट हुआ था वहां से पुलिस को गुलाबी रंग का एक दुपट्टा मिला है। दुपट्टे का क्या रहस्य है, इसका पता लगाया जा रहा है।

ये वो गुलाबी दुपट्टा है जो ब्लास्ट वाली जगह पर आधा जला हुआ मिला है लेकिन इसके रहस्य से पर्दा उठना अभी बाकी है। तो चलिए आपको मोसाद के बारे में भी समझा देते है।
मोसाद की स्थापना 13 दिसंबर, 1949 को तत्कालीन प्रधानमंत्री डेविड बेन-गूरियन की सलाह पर की गई थी। वे चाहते थे कि एक केंद्रीय इकाई बनाई जाए जो मौजूदा सुरक्षा सेवाओं- सेना के खुफिया विभाग, आंतरिक सुरक्षा सेवा और विदेश के राजनीति विभाग के साथ समन्वय और सहयोग को बढ़ाने का कार्य करे।