मुकेश अंबानी का घर एंटीलिया देश ही नहीं बल्कि दुनिया के सबसे बड़े घरों में से एक है। इसे बनाने की लागत करीब 11 हजार करोड़ रुपए बताई जाती है। इसका नाम ‘एंटीलिया’ है कहा जाता है कि, अटलांटिक महासागर के एक पौराणिक द्वीप के नाम पर इसका नाम ‘एंटीलिया’ रखा गया है।
वैसे तो अंबानी का घर अक्सर चर्चा विषय बना रहता है अपने लग्जरी लुक की वजह से लेकिन एक बार फिर से वो चर्चा का विषय बना है लेकिन इस बार अपने कचरे की वजह से।

इस बात की सभी को जानने के लिए इच्छुक रहते है कि मुकेश अम्बानी के घर का कचरा कहां जाता है, दरअसल ऐसी खबरें सोशल मीडिया पर खूब वायरल होते रहता है। इंटरनेट पर मौजूद जानकारी और 2017 की कुछ मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक घर से बड़ी संख्या में जो कचरा निकलता है वह एंटीलिया के बाहर नहीं जाता है।

शायद ये सुनकर आपको हैरानी होगी कि मुकेश अंबानी के घर में कचरे को नहीं फेंका जाता है तो फिर क्या कचरे को क्या किया जाता है।

मुकेश अंबानी के घर से निकलने वाले कचरे को खत्म करने के लिये इनके घर में एक खास सिस्टम है। जिससे कचरे को डालकर बिजली बनाई जाती है।

आपको यह बात जानकर हैरानी होगी कि इस बिजली का इस्तेमाल एंटीलिया में होने वाले बिजली के खर्च को कम करने के लिए किया जाता है।

बता दें कि अंबानी के घर में कचड़े का पूर्ण तरीके से उपयोग करने के लिए सूखा कचड़ा और गीला कचड़ा अलग अलग रखा जाता है और उसके बाद व्यवस्थित नई टेक्नोलॉजी के जरिए बिजली बनाई जाती है।