दुनियाभर में ऐसे कई मंदिर है जिसमें कोई न कोई रहस्य छिपा हुआ है। रहस्यों की वजह से ये मंदिर काफी प्रसिद्ध है। जी हां एक ऐसा मंदिर जिसके बारे में शायद बहुत कम लोग जानते है। दरअसल तमिलनाडु के एक शिव मंदिर में शिवलिंग पर दूध चढ़ाने पर दूध का रंग नीला हो जाता है। यह मंदिर केतु की पूजा के लिए प्रसिद्ध है।
शिवभक्त और ज्योतिष में भरोसा रखनेवाले लोग दूर-दूर से यहां ग्रह शांति की पूजा कराने के लिए पहुंचते हैं। आपको बता दे कि छाया ग्रह केतु की पूजा कराने के लिए जिस शिव मंदिर में बड़ी संख्या में श्रद्धालु आते हैं, उसका नाम नागनाथस्वामी मंदिर है

केतु ग्रह की शांति और कुंडली में कालसर्प दोष होने पर इस मंदिर में विशेष पूजा की जाती है। यह मंदिर कावेरी नदी के तट पर स्थित है।

इस मंदिर के कई रहस्य हैं। रहस्य के कारण यह मंदिर लोगों में काफी लोकप्रियता रखता है। वहीं इस मंदिर में राहु को दूध चढ़ाने के लिए दूर-दूर से लोग आते हैं। उल्लेखनीय है कि मंदिर में कई लोग दूध चढ़ाते हैं जब दूध का रंग सफेद से नीले में बदल जाता है।

दूध का रंग नीला होने पर लोग इसे भगवान शिव का चमत्कार मानते हैं। भक्त समझते है कि दूध सफेद से नीला होने पर भोलेनाथ ये संकेत देते है कि दोष खत्म हो गया।

ज्योतिष में विश्वास रखने वाले लोग यहां आकर विशेष पूजा करते हैं और ग्रह की बाधाओं को दूर करते हैं। कुंडली में स्थित कालसर्प दोष दूर करने के लिए भी इस मंदिर में पूजा की जाती है। रंग नीला होने का अर्थ यह है कि व्यक्ति के जीवन की सभी बाधाएं दूर होने वाली हैं। ये मंदिर कई मायनों में खास है इसीलिए यहां भक्तों की भीड़ उमड़ी रहती है।