यूपी के आगरा जिले के अछनेरा क्षेत्र में अछनेरा-भरतपुर रेलवे लाइन पर रविवार की रात एक पीआरडी जवान ने ट्रेन के आगे कूदकर खुदकुशी कर ली। खुदकुशी से पहले उसने अपना सुसाइड नोट सोशल मीडिया पर वायरल किया। जिसमें अपने विभाग के अधिकारियों से आत्महत्या की अनुमति मांगी थी। सुसाइड नोट में पीआरडी जवान ने विभाग के एक अधिकारी और बाबू पर उत्पीड़न का आरोप लगाया है।
इस संबंध में फिलहाल कोई तहरीर नहीं दी गई है।गांव मांगरौल जाट निवासी कुंवरपाल सिंह पूर्व में अछनेरा विद्युत सब स्टेशन पर तैनात था।
कुछ महीने पहले उसे वहां से हटाकर शहर में किसी दूसरी जगह भेज दिया गया था। बताया जा रहा है कि वह तभी से परेशान था। दोबारा अछनेरा में तैनात करने के लिए वह लगातार विभाग के अधिकारियों से गुहार लगा रहा था।
आरोप है कि एक बाबू इसमें रोड़ा बन रहा था। पीआरडी जवान के परिजनों ने बताया कि वह अकसर घर पर यही कहा करते थे कि बाबू ने रिश्वत मांगी थी। रुपये नहीं देने पर उन्हें परेशान कर रहा है। जानबूझकर उनकी ड्यूटी दूर लगाई गई है।
ताकि ड्यूटी करने नहीं जाए और वेतन नहीं मिले। सोशल मीडिया पर वायरल पीआरडी जवान के सुसाइड की अनुमति मांगने के पत्र में भी एक बाबू का नाम खेाला गया है। अधिकारी का नाम नहीं खोला गया है।
गांव वालों ने पुलिस को बताया कि कुंवरपाल रात को घर पर बिना बताए निकला था। घर से निकलने से पहले ही उसने पत्र अपने विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों को सोशल मीडिया पर भेजा था। जिला पंचायत सदस्य मोहित सोलंकी एवं ग्रामीणों ने पीड़ित परिवार को उचित मुआवजा एवं उच्च स्तरीय जांच करा कर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।
परिजनों के अनुसार कुंवरपाल को छह माह से वेतन नहीं मिला था। वह इस कारण बहुत ज्यादा परेशान थे। इसके लिए लंबे समय से पत्राचार कर रहे थे। वेतन के लिए लिखा गया पत्र भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।
वहीं कुछ लोगों ने पुलिस को यह जानकारी दी कि कुछ दिन पहले ही पीआरडी जवान के खाते में वेतन आ गया था। वह अपने स्थानांतरण को लेकर ज्यादा परेशान था।
वह आगरा शहर में नहीं बल्कि अछनेरा में ही ड्यूटी करना चाहता था। विभाग का एक बाबू इसमें रोड़ा बन रहा था। पुलिस का कहना है कि वेतन आया था या नहीं यह जांच का विषय है। जांच तब होगी जब कोई तहरीर मिलेगी। फिलहाल कोई तहरीर नहीं मिली है।