माना कि विराट की कप्तानी में इंडिया ने खूब जीत हासिल करी है । चाहे वो श्रीलंकन सीरीज हो या अन्य मैच में बेहतरीन प्रदर्शन हो । उन्होंने कई ऐसे खिलाड़ियों को नजरअंदाज किया जो अगर इस समय भारतीय टीम का हिस्सा होते तो एक बड़े खिलाड़ी के तौर पर पहचाने जाते हैं। कई ऐसे खिलाड़ी रहे हैं जिन्होंने विराट कोहली के ऊपर इल्जाम लगाया है कि अपनी कप्तानी में विराट ने इन खिलाड़ियों के साथ नाइंसाफी की क्योंकि उन्होंने इन खिलाड़ियों को मौका नहीं दिया और उन्हीं खिलाड़ियों में से एक खिलाड़ी इन दिनों लीजेंड्स क्रिकेट लीग में अपने बल्ले से आग उगल रहा है।
आइए आपको बताते हैं कौन है वह खिलाड़ी जिसे विराट कोहली की कप्तानी की वजह से कम उम्र में ही सन्यास लेना पड़ गया था क्योंकि विराट कोहली ने उन्हें मौका नहीं दिया था और अब अपने बल्ले से वह खिलाड़ी खूब धूम मचा रहा है।
विराट कोहली ने महेंद्र सिंह धोनी के बाद कप्तानी संभाली थी और उस दौर में टीम इंडिया को एक ऐसे हरफनमौला खिलाड़ी की तलाश थी जो गेंद और बल्ले दोनों से बढ़िया प्रदर्शन कर सके और उस समय स्टूअर्ट बिन्नी लगातार अच्छा प्रदर्शन कर रहे थे।
हालांकि भारतीय टीम में स्टुअर्ट बिन्नी को मौका भी दिया गया लेकिन उन्होंने वैसा प्रदर्शन नहीं किया जैसा कि कप्तान विराट कोहली चाहते थे और इसी वजह से विराट कोहली ने उन्हें लगातार मौके नहीं दिए थे।
लगातार टीम से बाहर किए जाने की वजह से स्टुअर्ट बिन्नी भी बहुत निराश हो गए थे और आखिरकार उन्होंने सन्यास की घोषणा कर दी लेकिन हाल ही में हुए लीजेंड क्रिकेट लीग में आइए आपको बताते हैं।
कैसे स्टुअर्ट बिन्नी ने अपने बल्ले से धुआंधार प्रदर्शन करते हुए यह बता दिया कि विराट कोहली उनके साथ अगर नाइंसाफी नहीं करते तो आज वह किसी और मुकाम पर होते।
सचिन तेंदुलकर की कप्तानी में इन दिनों भारत के कुछ बड़े क्रिकेटर लीजेंड्स क्रिकेट लीग खेल रहे हैं। इस लीग से कमाए हुए पैसों को जरूरतमंदों को सहायता प्रदान की जाएगी और इसी लीग में पहला मुकाबला था भारत लीजेंड और दक्षिण अफ्रीका लीजेंड के बीच।
इस मुकाबले में भारतीय टीम की तरफ से स्टुअर्ट बिन्नी ने ताबड़तोड़ बल्लेबाजी करते हुए 36 गेंदों पर नाबाद 82 रनों की पारी खेली। इस पारी के दौरान स्टूअर्ट बिन्नी ने 6 बड़े छक्के लगाए।
वह जिस तरह की बल्लेबाजी कर रहे थे उसको देखकर ऐसा लग रहा है जैसे वह विराट कोहली और चयनकर्ताओं को यह बताना चाहते थे कि उनके अंदर अभी भी बहुत क्रिकेट बाकी था लेकिन चयनकर्ता और खुद विराट कोहली ने उन्हें मौका ना देकर एक बड़ी गलती कर दी थी।
स्टुअर्ट बिन्नी की इस पारी की बदौलत ही भारतीय टीम ने पहले तो 217 रनों का विशाल स्कोर बनाया और फिर इस मुकाबले को 61 रनों से जीत लिया।