आज कल के व्यस्त समय में लोगों के पास लोगों के लिए ही समय नहीं है। ऐसे में लोग अकेलापन महसूस करने लगते हैं। लोग अपने अकेलेपन को दूर करने के लिए लोग पालतू जानवर पाल लेते हैं। पालतू जानवरों में से कुत्ता सबसे प्रिय जानवर है।
ऐसे में दिल्ली नगर निगम ने डॉग प्रेमियों को कड़ी चेतावनी दी है। दिल्ली नगर निगम ने पालतू कुत्तों का पंजीकरण लाइसेंस कराने के कहा है।साथ ही निगम ने कहा है कि यदि पालतू कुत्ते बगैर लाइसेंस पंजीकरण टोकन के सार्वजनिक स्थलों पर घूमते हुए पाए गए तो उन्हें जब्त कर लिया जाएगा।
निगम के पशु चिकित्सा विभाग के अधिकारियों का कहना है कि पिछले साल के मुकाबले इस साल पालतू कुत्तों के पंजीकरण की संख्या में कमी आई हैं। उनका कहना है कि कुत्ते पालने के शौकीन लोगों ने न तो नए लाइसेंस लिए हैं और न ही पुराने लाइसेंस का नवीकरण कराया है।
ऑनलाइन करे दिल्ली पेट लाइसेन्स के लिए आवेदन
दिल्ली नगर निगम के पशु चिकित्सा विभाग ने ट्रेड लाइसेंस के तहत दिए जाने वाले घोड़ा बग्गी लाइसेंस, कैटल डेयरी लाइसेंस के साथ ही पालतू कुत्तों के पंजीकरण लाइसेंस के नवीनीकरण की प्रक्रिया ऑनलाइन कर दी थी। वर्ष 2021-22 में दक्षिण दिल्ली के 761 लोगों ने पालतू कुत्तों का पंजीकरण कराकरा लाइसेंस लिया था।
दिल्ली में पेट लाइसेन्स के आँकड़े
दक्षिण दिल्ली के 263, उत्तरी दिल्ली के 255 और पूर्वी दिल्ली के 243 लोगों ने लाइसेंस लिया था। लेकिन इस साल जनवरी से 31 अगस्त तक सिर्फ 405 लोगों ने ही पालतू कुत्तों का पंजीकरण कराकर लाइसेंस लिया है। इनमें दक्षिण दिल्ली के 266, उत्तरी दिल्ली के 96 और पूर्वी दिल्ली के 43 लोग शामिल हैं।
इन आंकड़ों से साफ पता चलता है कि पालतू कुत्तों का शौक रखने वाले लोग उनका लाइसेंस लेने के लिए गैर जिम्मेदार होते जा रहे हैं।