कहते है धरती पे मां भगवान का रूप होती है, मां से बड़ कर कोई और नहीं होता और न ही मां के लिए उसके बच्चे से कुछ और प्यारा होता है। आपने अपने घर के बड़े बुजुर्ग से जरूर सुना होगा कि भगवान की सबसे प्यारी रचना धरती पर का का रूप है, कहते हैं कि स्त्री का हृदय कोमल होता है। लेकिन जिस स्थिति में महिला का हृदय सबसे कोमल होता है।
वह उसके मां बनने पर होता है। जब कोई शादी के बाद पहली बार माता-पिता बनता है, तो उसकी खुशी दुनिया में सबसे बड़ी खुशी होती है।
माता-पिता बनने की खुशी शब्दों में बयां करना बहुत मुश्किल होता है। जो माता-पिता बनते हैं, वही जानते हैं कि उन्हें दुनिया की कितनी सबसे बड़ी खुशी मिल गई है।
खासकर जब जुड़वा बच्चे होते हैं, तो घर में मनाया जाने वाला जश्न भी दुगना हो जाता है। माता-पिता के साथ साथ परिवार के सदस्यों की खुशी का भी कोई ठिकाना नहीं रहता है।
लेकिन एक ऐसा दर्दनाक और डरावना मामला सामने आया है, जिससे सुन कर आपका दिल भी चूर चूर हो जायेगा दरअसल, एक शख्स ने अपनी पत्नी को सिर्फ इसलिए छोड़ दिया क्योंकि वह पांचवीं बार जुड़वा बच्चों की मां बनी।
जी हां, लगातार पांचवीं बार जुड़वा बच्चों को जब महिला ने जन्म दिया तो उसके जीवन की सारी खुशियां ही उससे छीन ली गई।
अफ्रीका देश युगांडा से सामने आया है, जहां पर 10 बच्चे पैदा होने से गुस्साए पति ने अपनी पत्नी को बच्चों के साथ घर से बाहर निकाल दिया।
“द सन” में छपी खबर के अनुसार, घर से बेघर हुई महिला का नाम नलोंगो ग्लोरिया है, जिसने हाल ही में अपने जुड़वा बच्चे को जन्म दिया है। इसके बाद उसके पति स्सालोंगो ने उसे घर से निकाल दिया।
महिला के पति के अनुसार, या तो उसकी पत्नी नॉर्मल नहीं है या फिर उसके साथ चीजें सामान्य तरीके से नहीं हो रही हैं। पति के गुस्से को बयान करते हुए नलोंगो ग्लोरिया ने कहा कि “हर बार की तरह इस बार भी जब मैंने जुड़वा बच्चों को जन्म दिया, मेरे पति ने तुरंत मुझसे और हमारे सभी बच्चों से नाता तोड़ दिया। मैं अब अपने नौवें और दसवें बच्चे को गोद में लेकर जगह-जगह मदद की गुहार लगा रही हूं।”
उसमें लोकल न्यूज़ चैनल से बातचीत के दौरान यह बताया कि “अचानक ही उसके पति का बर्ताव बदल गया। यूं तो वह काफी पहले से मुझे अपने मां-बाप के घर जाने के लिए कह रहा था लेकिन पांचवी डिलीवरी के बाद तो उसने मुझे घर से ही बाहर निकाल दिया।”
ग्लोरिया का कहना है कि “अब उसके सामने भूखे मरने की नौबत आ चुकी है क्योंकि उसके दो बच्चे इतने छोटे हैं कि वह कहीं बाहर जाकर नौकरी या फिर कोई काम भी नहीं कर सकती है।”
फिलहाल उसे ना तो सरकार और ना ही प्रशासन से किसी भी प्रकार की सहायता प्राप्त हुई है। ऐसे में वह इधर उधर मांग कर जैसे तैसे अपने बच्चों का पेट पालने की हर संभव कोशिश कर रही है।
ग्लोरिया के सामने आप बच्चों के पालन-पोषण को लेकर समस्या खड़ी हो गई है। उसके पास कमाई का कोई भी जरिया नहीं है। वह अपने बच्चों को एक साथ सड़क पर लेकर रह रही है।