हरतालिका दो शब्दों से बना है, हर और तालिका। हर का अर्थ है हरण करना और तालिका अर्थात सखी। यह पर्व भाद्रपद की शुक्ल तृतीया को मनाया जाता है, इसलिए इसे तीज कहते हैं। इस व्रत को हरतालिका इसलिए कहा जाता है, क्योंकि पार्वती की सखी उन्हें पिता के घर से हरण कर जंगल में ले गई थी।
भारत में हिंदू पंचांग के अनुसार भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को हरतालिका तीज मनाई जाती है ।जानते हैं हरतालिका तीज मुहूर्त और पूजा विधि।
इस साल हरतालिका तीज का व्रत 30 अगस्त 2022 मंगलवार को है।पति की दीर्धायु के लिए सुहागिन महिलाएं व्रत रख इस त्योहार को बड़े धूमधाम से मनाती है।
हरतालिका तीज भगवान शिव और मां पार्वती को समर्पित हैं।आइए जानते हैं हरतालिका तीज मुहूर्त और पूजा विधि।
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