मशहूर प्लेबैक सिंगर और म्यूजिक कंपोजर कैलाश खेर (Kailash Kher) 49 साल के हो गए हैं। 7 जुलाई 1973 को मेरठ, उत्तर प्रदेश में जन्मे कैलाश आज बॉलीवुड ही नहीं, दुनियाभर में अपनी सूफी गायकी के लिए जाने जाते हैं। लेकिन एक वक्त था, जब वे ख़ुदकुशी (Suicide) की दहलीज तक पहुंच गए थे। खुद कैलाश खेर ने एक इंटरव्यू में यह खुलासा किया था।
2017 में हिंदुस्तान टाइम्स को दिए एक इंटरव्यू में कैलाश ने बताया था कि अगर उनके दोस्त ने उन्हें न बचाया होता तो वे आज जीवित नहीं होते। यह घटना उनके म्यूजिक इंडस्ट्री में कदम रखने से पहले की है।
कैलाश ने कहा था, “मैंने एक बिजनेस डील में बहुत सारा पैसा खो दिया था और मेरी जिंदगी ठहर सी गई थी।”कैलाश ने आगे कहा था, “मैं एक साल तक डिप्रेशन में रहा और जब मुझे को सॉल्यूशन नहीं मिला तो मैंने अपनी जिंदगी ख़त्म करने का फैसला लिया।
मैं नदी में कूद गया था, लेकिन मेरे दोस्त ने मुझे बचा लिया।”इस घटना की तह में जाएं तो पाते हैं कि कैलाश खेर उस वक्त 14 साल के थे, जब अपने घर से भागकर दिल्ली चले गए थे। उन्होंने वहां कुछ छोटे-मोटे जॉब किए और फिर बिजनेस करने लगे।
इस दौरान उन्हें कई मुश्किलों का सामना करना पड़ा, लेकिन वे सकारात्मकता के साथ हर मुश्किल से लड़ते रहे। कैलाश अपने उस दौर को याद करते हुए कहते हैं, “मैंने अपनी जिंदगी में काफी मुश्किल हालात देखे हैं।
क्योंकि मैं अकेला था। मेरा मतलब है कि मेरे पास शिकायत करने के लिए कोई नहीं था, जिससे कह सकूं कि देखो मेरी जिंदगी में क्या हो रहा हो? हर किसी के जीवन में मुश्किलें आती हैं। लेकिन मैंने अपने बारे में यह कभी नहीं सोचा कि हे भगवान मेरे साथ ये क्या हो रहा है? या चीज़ें कब तक बेहतर होंगी। मैं बस लड़ता रहा।”
कैलाश आगे बताते हैं कि जब वे 27 साल के थे, तब उनकी जिंदगी में ऐसा मोड़ आया कि उनकी जिंदगी पूरी तरह बिखर गई। वे कहते हैं, “मैंने कभी नहीं सोचा था कि ऐसा कुछ भी होगा।”
कैलाश ने आगे बताया, “मैं एक ज़मीन का टुकड़ा खरीदा, यह सोचकर कि बिजनेस डील से काफी पैसा आएगा। मेरे पैरेंट्स किराए के घर में रहते थे और प्लॉट खरीदने के बाद मैं फूला नहीं समा रहा था।
मैंने सोचा कि मैंने अपने दम पर पैरेंट्स के लिए घर खरीद लिया है। लेकिन इसी बीच बिजनेस डील कैंसिल हो गई, जो 22 लाख रुपए की थी।” कैलाश के मुताबिक़, उन्होंने कड़ी मेहनत से जो पैसा कमाया था, वह सब ख़त्म हो गया।
कैलाश के मुताबिक़, बिजनेस डील फेल होने के बाद वे उन्होंने फिर से प्रयास शुरू किए और ज्योतिष सीखने ऋषिकेश चले गए। लेकिन इससे भी उन्हें कोई फायदा नहीं हुआ और घाटे के करण वे डिप्रेशन में चले गए थे।
कैलाश के मुताबिक़, उनकी मानसिक हालत इतनी बिगड़ गई कि उनके मन में सुसाइड के ख्याल आने लगे। ऋषिकेश में ही एक दिन वे अपने बुरे दौर को याद करते हुए गंगा में कूद गए।
लेकिन उनके दोस्त ने सोचा कि उनका पैर फिसल गया है तो वह भी उन्हें बचाने के लिए कूद गया। इस तरह कैलाश की जान बच गई।