फरीदाबाद में लड़कियों की सुरक्षा के लिए बहुत से इंतजाम प्रशासन द्वारा किये गए हैं वहीं उनके सुरक्षित यात्रा के लिए पिंक बस जैसी सुविधाएँ भी दी गई। छात्राओं और महिलाओं के लिए 2 वर्ष पहले पिंक बसों का प्रबंध किया गया था। प्रदेश में लगभग डेढ़ सौ बसों की व्यवस्था की गई थी जिसमें से 9 बसें फरीदाबाद डिपो में भी भेजी गई थी । लेकिन इसका कोई भी फायदा किसी को भी नहीं मिला आपको बता दें अभी फिल्हाल ये पिंक बसें रोडवेज़ के बस अड्डों में खड़ी हैं जिस पर धूल जमा हो चुका है।
महिलाओं और छात्रों की सुरक्षित यात्रा के लिए इन बसों की व्यवस्था की गई थी, लेकिन इन बसों का प्रयोग ही नही किया गया। खड़ी बसों में धूल जम रही है और खड़े खड़े सभी बसें खराब हो रही है। बताया जा रहा है इन बसों का इस्तेमाल अब छापेमारी और अन्य कामों के लिए किया जा रहा है। प्रशासन द्वारा महिलाओं की सुरक्षा को लेकर जो इंतजाम थे वो सभी रोडवेज़ के फरीदाबाद डिपो में धूल खाती दिखाई दे रहीं हैं।
यहाँ पर प्रशासन की नाकामी साफ तौर से देखी जा सकती है। फरीदाबाद में आर्थिक तंगी और महंगाई की मार पहले से ही है और अब इनके ऊपर होने वाले खर्च से आर्थिक व्यवस्था अस्त व्यस्त सा दिखाई दे रहा है।