पेट्रोल डीजल के बाद हरियाणा में पानी भी महंगा होने (Water is also going to be expensive in Haryana) वाला है। इसको लेकर हरियाणा सरकार तैयारी में है। सिंचाई विभाग व वाटर रिसॉर्स अथॉरिटी ने इसका ड्राफ्ट भी तैयार कर लिया है। सरकार की मंजूरी के बाद पानी की कीमत ढाई से 5 गुना तक बढ़ (The price of water will increase by 2.5 to 5 times) जाएगी। वहीं खेती को सप्लाई होने वाले पानी की कीमत 20% बढ़ाई जाएगी, घरों में सप्लाई होने वाले पेयजल की कीमतों में 5 गुना (the prices of drinking water will be increase 5 times) बढ़ोतरी होगी। अभी पेयजल सप्लाई के लिए 100 किलोलीटर की 25 रु. कीमत है, इसे बढ़ाकर 125 रु. किया जाएगा।
इंडस्ट्री, पावर प्लांट, ईंट-भट्ठे, कंस्ट्रक्शन वर्क, रेलवे व आर्मी को सप्लाई होने वाले पानी की कीमत हरियाणा सरकार ढाई से पांच गुना तक बढ़ाएगी।

अधिकारियों का कहना है कि सरकार का रेट बढ़ाने के पीछे विजन पानी की बचत करना है। बिल बढ़ेगा तो पानी कम खर्च होगा। प्रदेश सरकार ने साल 2018 में भी पानी के रेट बढ़ाए थे।

हरियाणा में वर्तमान रेट के अनुसार 252 करोड़ सालाना बिल बनता है। यदि सरकार की मंजूरी के बाद नए रेट लागू हुए तो 570 करोड़ रुपए का बिल जनता को देना होगा हालांकि अभी 200 करोड़ रुपए की वसूली ही होती है।

बता दें कि केवल मछली पालन तालाब, मछली प्रोसिसिंग, फ्रीजिंग और हेचरी यूनिट को सप्लाई होने वाले पानी कीमत में बढ़ोतरी नहीं होगी। साथ ही दूसरे प्रदेशों को जो पानी सप्लाई होगा, उसकी भी कीमत में बढ़ोतरी का प्रावधान नहीं रखा जाएगा।