अलग अलग राज्यों का भ्रमण करने के लिए ज्यादातर लोग रेलवे का इस्तेमाल करते हैं। क्योंकि हर कोई हवाई जहाज की यात्रा अफोर्ड नहीं कर सकता। एयरोप्लेन के मुकाबले रेलवे काफी ज्यादा सस्ता है। इसलिए हम इसे हिंदुस्तान के लोगों की दिलों की धड़कन के सकते हैं। कई लोगों की आजिविका रेलवे के सहारे ही चलती है। रेलवे के जरिए लोग पूरे देश में घूम सकते हैं। सम्पूर्ण भारत में रेलवे का जाल बिछा हुआ है। ऐसी कम ही जगहें होंगी जहां रेल न जाती हो। लगभग सभी शहरों में रेलवे प्लेटफार्म होते हैं जहां लोकल, नेशनल सभी ट्रेनें आती जाती हैं। लेकिन आज हम आपको एक ऐसे रेलवे स्टेशन के बारे बताएंगे जिसका प्लेटफार्म दो राज्यों में बंटा हुआ है। इससे पहले हमने आपको एक अनोखे घर के बारे में बताया था जो दो राज्यों हरियाणा और राजस्थान की सीमाओं पर स्थित है।
यह अनोखा रेलवे स्टेशन भवानी मंडी स्टेशन है और यह दो राज्यों में बंटा हुआ है। यहां अगर कोई भी ट्रेन आती है तो उसका इंजन एक राज्य में और ट्रेन के डिब्बे दूसरे राज्य की सीमा में खड़े होते हैं। राजस्थान और मध्य प्रदेश दोनों राज्यों की सीमाओं में यह रेलवे स्टेशन आता है। इसलिए रेलवे स्टेशन के एक छोर पर राजस्थान का बोर्ड तो वहीं दूसरी तरफ मध्य प्रदेश का साइन बोर्ड लगा हुआ है।

इस रेलवे स्टेशन की एक अनोखी बात यह भी है कि इसका एक टिकट काउंटर एमपी के मंदसौर जिले में है, जबकि दूसरा राजस्थान के झालावाड़ा जिले में। यहां की प्रशासनिक व्यवस्था भी बड़ी अनोखी है। जिस राज्य की सीमा में कोई घटना घटित होती है, उसी राज्य की पुलिस एक्शन लेती है और जरुरी कार्यवाही अमल में लाई जाती है।
दो राज्यों में बंटा हुआ है यह रेलवे स्टेशन

दो राज्यों की सीमा पर बने इस रेलवे स्टेशन की कई और बातें जानकर आप हैरान हो जाएंगे। इसकी एक और अनोखी बात यह है कि यहां का बुकिंग काउंटर मध्य प्रदेश के मंदसौर जिले में हैं, तो स्टेशन पर दाखिल होने का रास्ता और इंतजार कक्ष राजस्थान के झालावाड़ जिले में है। इस स्टेशन पर एक और मजेदार पहलू यह है कि टिकट लेने के लिए यात्रियों की लाइन मध्य प्रदेश में शुरू होती है और लोग राजस्थान तक खड़े रहते हैं।
300 से ज्यादा स्टेशन इससे सीधे जुड़े हुए हैं

जानकारी अनुसार यह स्टेशन काफी व्यस्त रहता है। यहां 40 से ज्यादा ट्रेन हर रोज आती हैं। 300 से ज्यादा स्टेशन इससे सीधे जुड़े हुए हैं। इसके अलावा प्रतिदिन 8 हजार से भी ज्यादा लोगों का आवागमन रहता है। इसके अलावा यह स्टेशन अनाज मंडी के नाम से भी मशहूर है। साथ ही नागपुर के बाद यह दूसरा सबसे बड़ा संतरा उत्पादक केंद्र भी है।
लोग खूब मजे लेते हैं

स्टेशन पर आने वाले लोग यहां आकर खूब मजे लेते हैं। लोग कहते हैं कि वे मध्य प्रदेश में उतरे थे और पानी पीने के लिए राजस्थान चले गए थे। यहां पर आने वाले यात्री कभी भी सेल्फी लेना नहीं भूलते हैं। लोग अलग-अलग प्रतिक्रियाएं व्यक्त करते हैं कि एक मिनट पहले राजस्थान में था और अब मध्य प्रदेश पहुंच गया हूं।