नॉलेज पार्क स्थित एक्यूरेट कॉलेज में केन्द्र सरकार की मीडियम एवं स्माल स्केल इंडस्ट्रीज को बढ़ावा देने वाली संस्था ने एक व्याख्यान करके कॉलेज के मैंनेजमेंट, इंजीनियरिंग और डिप्लोमा के इंटरप्रिन्योर सोच रखने वाले ऐसे सौ छात्रों का चयन करके उनको इंटरप्रिन्योर बनने के सारे मानकों के बारे में वृहद व्याख्यान दिया। इस व्याख्यान में एमएसएमई-डेवलपमेंट इंस्टीट्यूट (MSME Development Institute) के हेड ज्वाइंट डायरेक्टर डॉ. आर के भारती ने इनोवेटिव थॉट क्रियेशन (Innovative Thought Creation) के वातावरण के बारे में वृहद उदाहरणों से उत्साहित किया।
MSME के असिस्टेंट डायरेक्टर डॉ. डीएस तोमर ने संस्था के विभिन्न गतिविधियों के बारे में परिचित कराया। ए.के. ओझा ने केंद्र सरकार की ऐसी विभिन्न योजनाओं के बारे में बताया जिनसे युवाओं को स्टार्टप और स्वरोजगार स्थापित करने के लिए सहायता मिलती है।

लैंड रिक्वायरमेंट, सब्सिडी, बैंकिंग एंड फाइनेंस, रिबेट्स और लोन के लिए पूरी प्रक्रिया से अवगत कराया। शारदा यूनीवर्सिटी के लॉन्च पैड के डायरेक्टर डॉ. अमित सहगल ने समझाया कि अपने विचारों को इंप्लीमेंट कैसे करें।

यंग इंटरप्रिन्योर, एक्यूरेट इन्स्टीट्यूट ऑफ पॉलीटेक्निक में भाभा इन्क्यूवेशन सेंटर स्थापित करने वाले वी.एस. एनर्जी के संस्थापक विवेक सिंह ने इस केंद्र पर बनने वाले 14 प्रोडक्ट की विशेषता, उनके प्रोडक्शन, मार्केटिंग, प्राइसिंग, प्रतिस्पर्धा और स्टार्टप के चेलैंजेज के बारे में बताया।
अपने आप में अनुपम पहल

MSME के ज्वाइंट डायरेक्टर की उपस्थिति में MOU साइन किया गया जिससे इस यूनिट को व्यवसायिक यूनिट के रूप में विकसित किया जायेगा। किसी भी एकेडमिक संस्था में ये अपने तरीके की एक अनुपम पहल है।

एक्यूरेट कालेज के मैनेजमेंट के डायरेक्टर डॉ. सतीष मट्टा ने कालेज के इंटरप्रिन्योरशिप ट्रेनिंग और प्रोजेक्ट्स के बारे में बताया। इस कार्यक्रम में ऐसे 6 छात्र समूह निकलकर आगे आये जो अपना स्टार्टप स्थापित करना चाहते हैं।
इन गांवों में शुरू होंगे नवाचार कार्य
पॉलीटेक्निक के डायरेक्टर डॉ. सुनील मिश्रा ने ऐसे समूहों का आरियेंटेशन और परिचय कराया तथा आश्वस्त किया कि आने वाले तीन माह में हम ऐसे दस एंटरप्रेन्योरशिप छात्र समूह तैयार करके ऐसे आसपास के दस गांवों में ऐसे नवाचार कार्य शुरू कराये जायेंगे।

इससे नयी शिक्षा नीति 2020 के अनुसार हम संस्था को समाज सहयोगी बनाकर छात्रों को व्यवहारिक ज्ञान दिला सकें। कॉलेज की चेयरपर्सन पूनम शर्मा ने सभी का आभार व्यक्त किया तथा सरकार के इस प्रयास की सराहना की।