माँ शब्द अपने आप में बहुत बड़ा शब्द है। पूरी सृष्टि ही इस शब्द के अधीन आ जाती है। बतादें सऊदी अरब अपने एक फैसले की वजह से चर्चा में है। वहां के नागरिक पाकिस्तान, बांग्लादेश, चाड और म्यांमार की महिलाओं से अब उतनी आसानी से शादी नहीं कर सकेंगे, बल्कि इससे पहले सरकारी सहमति लेनी होगी।
सऊदी प्रिंस ने इस बारे में फिलहाल कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया लेकिन चर्चा है कि ऐसा अपने ही देश की महिलाओं से किसी तरह की नाइंसाफी रोकने के लिए किया जा रहा है। सऊदी प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान की छवि महिलाओं के हक में बात करने वाले शख्स की है।

हालांकि बहुत कम ही लोग जानते हैं कि उन्होंने गुस्से में अपनी मां को काफी समय तक नजरबंद कर रखा था। सऊदी में लंबे समय तक काम करने वाले अमेरिकी पत्रकार और लेखक बेन हबर्ड ने अपनी किताब ‘एमबीएस: द राइज़ टू पावर’ में उनसे जुड़े बहुत से राज जाहिर किये हैं।
लेखक ने कई साक्षात्कारों के आधार पर उनकी मां, पत्नी और जिंदगी में रहती महिलाओं के बारे में बताया है। ब्रिटिश और अमेरिका में भी इस तरह की मीडिया रिपोर्ट्स आई थीं कि उन्होंने अपनी मां को बंदी बनाकर कहीं छिपाकर रखा है। इस रिपोर्ट को प्रकाशित करने वालों में टेलीग्राफ और एबीसी न्यूज भी था।

उसने अपनी रिपोर्ट में लिखा कि उन्होंने अपनी मां को साल 2016 के आसपास ऐसी जगह छिपा दिया था कि उनका पता नहीं चले। यहां तक कि किंग भी उनसे नहीं मिल सकें। किंग को भी लंबे समय तक ये पता नहीं चला कि इसके पीछे उनके बेटे का हाथ है। टेलीग्राफ ने बताया था कि खुद अमेरिकी खुफिया विभाग के 18 अफसरों ने इसकी पुष्टि की थी।
बाद में कहा ये गया कि मां महल के ही खुफिया तहखाने में थीं। यानी अब आप सोच रहे होंगे कि ऐसी भी क्या औलाद जो अपनी ही जननी यानी माँ को बंदी बना ले। लेकिन आप ये बात भी जानते ही होंगे कि सऊदी में महिलाओं के हक़ को मारा जाता है। उनके हक़-हकूक की बात नहीं की जाती है। खैर ये भी कहा जाता है कि जहां महिलाओं का सम्मान नहीं वहां कुछ भी नहीं।