हमारे देश में सरकारी कर्मचारी खुद को भगवान की तरह समझते हैं। उनकी नज़र में आम आदमी बस एक गुलक होता है जब मन करा पैसे लेलो। दुनिया में बहुत सी ऐसी कंपनियां हैं, जो कर्मचारियों को अपने तरीके से काम करने की सुविधा देती हैं, वहीं कुछ कंपनियां ऐसी भी हैं जिन्होंने अपने कर्मचारियों के लिए सख्त नियम और उनका उल्लंघन करने वालों के लिए दंड निश्चित किए हैं।
नियमों का उल्लंघन करना तो लगभग सभी सरकारी कर्मचारियों की एक आदत बन गयी है। लेकिन, क्या आपने कभी किसी सरकारी कंपनी के बारे में ऐसा सुना है कि वहां पर अगर कर्मचारी समय से दो मिनट पहले निकल जाए, तो उसकी सैलरी काट ली गई हो। आप सोच रहे होंगे की सरकारी कंपनी में इतने सख्स नियम कहां होते हैं, लेकिन ऐसा होता है।

इस दुनिया में सबकुछ होता है और मिलता है। भारत में इतने सख्त कानून है नहीं। लेकिन जापान ,में है। कुछ समय पहले यहां एक सरकारी कर्मचारी के नियमों के अनुसार काम न करने पर उसकी मोटी सैलरी काट ली गई। वजह यह थी कि उस कर्मचारी ने सिर्फ दो मिनट पहले दफ्तर छोड़ा था यानि वह समय से दो मिनट पहले ही दफ्तर से निकल गई थी। यही गलती उसे भारी पड़ी और इसकी वजह से उसकी तीन महीने की सैलरी में से 10वां हिस्सा काट लिया गया।

अगर यह नियम भारत में लागू किये जाएँ तो आधे से ज़्यादा सरकारी कर्मचारियों की नौकरी ही दांव पर लग जाएगी। वहां मई 2019 से जनवरी 2021 के बीच 316 बार कर्मचारियों ने दफ्तर 2 मिनट पहले छोड़ा। चीबा प्रांत के फुनाबाशी सिटी बोर्ड ऑफ एजुकेशन के उन सरकारी कर्मचारियों की सैलरी काटी गई है, जो ऑफिस से समय पूरा होने के 2 मिनट पहले ही चले गए। इनमें से बहुत से कर्मचारियों ने अपने अटेंडेंस कार्ड में गलत टाइम भी डाला था, ताकि वो जल्दी ऑफिस से निकल सकें।

मिलीभगत से यह सब काम चल रहा था। कोई भी गलत काम बिना मिलीभगत के संभव नहीं हो सकता है। इस काम के लिए एजुकेशन बोर्ड के लाइफलांग लर्निंग डिपार्टमेंट की 59 वर्षीय असिसटेंट सेक्शन चीफ कर्मचारियों की मदद करती थी। इसलिए सजा के तौर पर उसके तीन महीने की सैलरी में से 10वां हिस्सा काटने का निर्देश दिया गया है।