आग जैसी गर्मी से आराम दिलवाने वाला मानसून सभी के लिए राहत की सांस लेकर आता है। मॉनसून हर किसी को पसंद है, ठंडी हवा, बारिश और मिट्टी की सौंधी खुशबू लोगों को खुशनुमा बना देती है। मगर इस मौसम में अक्सर कई प्रकार की बीमारियों के संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है। इसके साथ मच्छरों द्वारा फैलने वाले रोग भी अत्यधिक संक्रमित हो जाते हैं।
हमें इस मौसम में सावधानी बरतनी चाहिए। अगर सावधान नहीं रहेंगें तो बहुत कुछ हो सकता है। विशेषज्ञों का मानना है कि लोगों को बारिश के सीजन में लोगों को अपने दैनिक जीवन में कुछ बदलाव करने चाहिए, जिससे उनके शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ सके। रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने के लिए नियमित और सेहतमंद भोजन ग्रहण करना जरूरी है।

बारिश से जन्म लेने वाली बीमारियां अक्सर हमें गंभीर रूप से बीमार कर देती हैं। कई शोध के अनुसार, हमारे खान-पान का असर हमारे शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य पर पड़ता है। मानसून के सीजन में अपने खानपान और रोजाना एक्सरसाइज पर विशेष ध्यान देना चाहिए। बारिश के मौसम में हर एक इंसान को चटपटी और ऑयली चीजें खाना पसंद होता है। मगर इन चीजों का सेवन करने से आपको कई तरह के पेट संबंधित रोग हो सकते हैं।

जीभ के स्वाद के रेस्ट दें। कुछ भी ऐसा न खाएं जो आपको बीमार कर दे। हरी सब्जियां हमारे सेहत के लिए बहुत फायदेमंद होती हैं। मगर, विशेषज्ञों का मानना है कि बारिश के मौसम में हमें इनसे परहेज करना चाहिए। ऐसा इसीलिए क्योंकि बारिश के मौसम में मॉइश्चर और उमस के वजह से हरी सब्जियों के पत्तियों पर कई रोगाणु पनप सकते हैं। इसलिए इस मौसम में पत्ता गोभी, फूल गोभी और पालक जैसी सब्जियों का सेवन नहीं करना चाहिए।

हमारी सेहत अपने ही हाथों में होती है। अगर हम अच्छा खाएंगे तो निरोग रहेंगे। बारिश के मौसम में उमस के वजह से शरीर के अंदर फ्लूइड खत्म हो जाता है। ऐसे में शरीर के अंदर फ्लूइड की मात्रा को नियंत्रित रखने के लिए हमें पानी पीना चाहिए। इसके साथ आप काढ़ा और विशेष मसाला चाय पी सकते हैं जिसके अंदर अदरक, इलायची और तुलसी जैसे लाभदायक मसाले मौजूद हों।