कहा जाता है कि चोरों का कोई धर्म नहीं होता उन्हें बस चोरी से मतलब होता है। उन्हें अपने स्वार्थ की पड़ी रहती है दूसरों की मेहनत का वह कभी नहीं सोचते। मध्यप्रदेश के भिंड में एक चोर ने एक घर से कीमती सामान चुराने के बाद वहां एक पत्र छोड़कर घर के मालिक से वादा किया है कि वह अपने दोस्त की जान बचाने के लिए यह चोरी कर रहा है और बाद में सारा पैसा लौटा देगा।
अब इस चोर की कहानी को दोस्ती का पैगाम कहें या फिर ड्रामा सोच में पड़ने को मजबूर कर दिया है इसने। इस चोरी में कोतवाली थाने के सहायक उप निरीक्षक ने बताया कि छत्तीसगढ़ में नौकरी करने वाले पुलिस के एक सिपाही के घर में चोरी की यह वारदात पिछले सप्ताह हुई।

पुलिस के घर चोरी का मामला यह पहला नहीं है। इससे पहले भी ऐसे मामले सामने आये हैं। इस सिपाही का परिवार भिंड शहर में रहता है और वारदात के समय घर में कोई नहीं था, सिपाही की पत्नी बच्चों सहित मायके गई हुई थी। उन्होंने बताया कि चोर ने मकान में चोरी करने के बाद एक चिट्ठी वहां छोड़ दी। पत्र में उसने लिखा कि सॉरी दोस्त, मजबूरी थी, मैं ऐसा नहीं करता तो मेरे दोस्त की जान चली जाती। टेंशन मत लेना, जैसे ही पैसे आएंगे, तुम्हारे घर में फेंक जाऊंगा। तुम पैसे की बिल्कुल टेंशन मत लेना।

टेंशन तो होगी ही आखिर लिखने से क्या होता है। चोरी का यह अंदाज़ एकदम नया है वैसे। 5 जुलाई की रात घर वापस लौटने पर सिपाही की पत्नी ने कमरों के ताले टूटे हुए और सामान बिखरा हुआ देखा। चोर ने सोने चांदी के कुछ गहने चुराए हैं। उन्होंने बताया कि चोरी की वारदात में परिवार के किसी परिचित के शामिल होने की आशंका है। पुलिस मामला दर्ज कर जांच कर रही है।

जिनके ऊपर जनता की सुरक्षा करने का दायित्व होता है उन्हीं के घर चोरी जब होती है तो कई सवालों का जन्म होता है।