संकट के बादल छट जाने में समय नहीं लगता है। आपको बस एकाग्रता की ज़रूरत होती है। गरीबी से तपकर अक्सर ऐसा सोना निकलता है जहां पर विफलता का नाम कम होता है। राजस्थान में एक दूधवाले की बेटी सोनल शर्मा ने अपनी मेहनत और काबिलियत से ऊंचा पद प्राप्त किया है। सोनल ने वर्ष 2018 में राजस्थान न्यायिक सेवा की परीक्षा उत्तीर्ण कर ली और अब वे जज बनने जा रही हैं।
समय बदलते वक्त नहीं लगता। बस आपको कड़ी मेहनत से लगातार प्रयास करते रहने चाहिए। सोनल शर्मा ने बहुत प्रकार की परेशानियों से जूझते हुए पढ़ाई की। उन्होंने गौशाला में पढ़ाई की तथा तमाम दिक्कतों के बाद भी BA, LLB और LLM की परीक्षा में प्रथम स्थान हासिल किया, जो कि अत्यंत गर्व की बात है।

इस बिटिया ने खुद को पढ़ाई के लिए बांध कर रख दिया। आज जज के रूप में इन्हे इनकी मेहनत का फल मिला। 1 साल की ट्रेनिग के पश्चात अब सोनल की राजस्थान की कोर्ट में प्रथम श्रेणी मजिस्ट्रेट के रूप में नियुक्त होंगी। इस परीक्षा का परिणाम पिछले वर्ष दिसम्बर महीने में आया था, परन्तु सोनल का नाम फाइनल लिस्ट में नहीं आया था, उन्हें वेटिंग लिस्ट में रखा गया था, क्योंकि सामान्य कट ऑफ सूची में उनका एक नंबर कम था।

रातों को जब सब सोया करते थे तब सोनल उठकर पढ़ाई किया करती थीं। उनकी मेहनत रंग लाई। उनकी क़िस्मत उनके साथ थी, इसलिए फाइनल लिस्ट में जिन लोगों को चुना गया था, उन्होंने सर्विस को ज्वाइन नहीं किया था, फिर सोनल को जब 7 खाली सीटों की सूचना मिली, तो उन्होंने राजस्थान हाई कोर्ट में एक एप्पलीकेशन दी। फिर कोर्ट ने उन्हें इस लिस्ट में शामिल करने के आदेश दिए।

इंसान को कभी अपने पास्ट से डरकर आने वाला समय बर्बाद नहीं करना चाहिए। आपको हमेशा सकारात्मक सोच के साथ निरंतर आगे बढ़ते रहना चाहिए।