शादी का फैसला हर व्यक्ति के जीवन का एक अहम फैसला होता है। अपनी शादी को लेकर लोग उत्साहित रहते हैं और कई उम्मीदें रखते हैं। लड़कियों को भी शादी से बहुत उम्मीदें होती हैं।
लेकिन कई बार हम जो सोचते हैं वैसा होता नहीं है। हमें अहसास होता है कि हकीकत की दुनिया और सपनों की दुनिया में बहुत फर्क होता है। जिंदगी में शादी का ख्वाब हर कोई देखता है।

शादी एक ऐसा पवित्र बंधन है, जिसमें दो लोगों का नहीं बल्कि दो परिवारों का मिलन भी होता है। लड़का हो या लड़की, हर कोई अपनी शादी को लेकर बेहद उत्साहित होता है। साथ ही उनके दिमाग में अपने जीवनसाथी को लेकर उथल-पुथल मची रहती है।
शादी से पहले सभी चाहते हैं कि उनका लाइफ पार्टनर बिल्कुल वैसा ही हो, जिसका ख्वाब वे सालों से देखते आ रहे हैं। शादी से पहले लड़कियों के दिलोदिमाग में अपने भावी जीवनसाथी को लेकर कई तरह के सवाल होते हैं।

अगर आपकी या आपकी जान-पहचान में किसी की शादी तय हो गई है तो उनके दिमाग में भी पार्टनर को लेकर इस तरह के सवाल जरूर आते होंगे। लेकिन शादी में सबसे पहले भरोसा और विश्वास से जुड़ी बातें आती हैं, अगर कोई भरोसा तोड़कर और झूठ बोलकर रिश्ता करे और फिर सच्चाई शादी के वक्त पता चले तो ऐसे में लगभग हर रिश्ता टूट ही जाता है।
अब एक ऐसा ही मामला हम बताने जा रहे हैं आपको। बतादें बिहार के नालंदा में एक शादी के दौरान मंडप में ही दूल्हे को मिर्गी का दौरा आ गया। इसके बाद वह शादी तो रुकी ही रुकी इसके अलावा लड़की वालों ने पंडित के साथ मकर मारपीट भी कर डाली।

उस पंडित का दोष सिर्फ इतना ही था कि उसने दूल्हे के मिर्गी का दौरा आने वाली जानकारी लड़की वालों को नहीं बताई। मिर्गी का पता चलते है दुल्हन और उसके परिवार वालों ने उस शादी के लिए फ़ौरन ही मना कर दिया।
इतना सब होने के बाद लड़की वालों ने लड़के वालों से दहेज़ के लिए दिए गए पैसे वापस मांग। इतना सब होने के बाद लड़के वालों ने उस रकम को लौटाना से मना कर दिया। इससे नाराज़ हुए लड़की वालों ने दूल्हे समेत पूरे बाराती को बंधक बना लिया।

उन्होंने शादी में हुए खर्च को देने के बाद ही उन्हें छोड़ने की बात कही। बाद में पुलिस के हस्तक्षेप के बाद मामला सुलझा और दूल्हा समेत बाराती अपने घर लौटे। इस तरह से झूठ की दीवार ज्यादा समय के लिए नहीं चलती है।
बालू पर बना घर जल्दी ही ढह जाता है। ऐसा ही रिश्तों में होता है, रिश्ते बड़ी नाज़ुक डोर से बंधे होते हैं जो विश्वास, भरोसा तोड़ते ही टूट जाते हैं, और ऐसा ही हुआ इस मामले में जो आपने पढ़ा।