तेंदुआ नाम सुनते ही दर लगने लगता है। अगर यह सामने आगया तो जान कैसे बचेगी ऐसे – ऐसे सवाल आना दिल में शुरू हो जाता है। लेकिन घास काटने गई 60 साल की बुजुर्ग महिला का तेंदुए से सामना हो गया। एक तरफ तेंदुआ था तो दूसरी तरफ बुजुर्ग महिला। जैसे ही दोनों आमने-सामने हुए तो तेंदुआ कुछ पाता, इससे पहले ही महिला ने हाथ में पकड़ी दराती को हिलाकर जोर-जोर से चिल्लाना शुरू कर दिया।
बुजुर्ग ज़रा भी नहीं डरी। बुजुर्ग का हौसला मजबूत रहा। यह मामला हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले से है। महिला तेंदुए के हमले में घायल हो गई। मुकाबले के दौरान बर्फी देवी को एक अन्य महिला सावित्री देवी का भी साथ मिला।

तेंदुआ कई लोगों को पहाड़ी और जंगली इलाकों में अपना शिकार बनाता है। लेकिन यहाँ बुजुर्ग महिला काफी लकी थी। घटना मंडी जिला के धर्मपुर उपमंडल के तहत आने वाली लौंगणी पंचायत के हुक्कल गांव की है। यहां कुछ महिलाएं घास काटने का कार्य कर रही थी। इतने में यहां तेंदुआ घुस आया। सबसे पहले तेंदुए का सामना 60 वर्षीय बर्फी देवी के साथ हुआ।

आमतौर पर ऐसे हालातों पर सामने वाला काफी घबरा जाता है उसे समझ नहीं आता कि क्या करना चाहिए। तेंदुए ने बुजुर्ग महिला पर हमला किया और उसके हाथ को जख्मी कर दिया, लेकिन बुजुर्ग महिला ने हिम्मत नहीं हारी और दराती हाथ में लेकर भिड़ गई। तेंदुए का डटकर मुकाबला किया। इतने में वहीं पर मौजूद अन्य महिलाएं भी हरकत में आ गईं और जोर-जोर से चिल्लाकर तेंदुए को भगाने में जुट गई।

हिम्मत और समझदारी से काम लेने पर तेंदुआ भी सामने आ जाये तो जान बच सकती है। चिल्लाने की आवाजें सुनकर गांव के लोग भी मौके पर पहुंचे और तेंदुए को वहां से भगा दिया।