आज-कल सिर दर्द एक आम समस्या बन गया है। कोई भी व्यक्ति इससे अछूता नहीं है। तनाव, सिरदर्द का सबसे नियमित प्रकार है कि हममें से हर किसी को हमारे जीवन के किसी बिंदु पर यह अनुभव होता है। माइग्रेन और तनाव से होने वाले सिरदर्द या क्लस्टर सिरदर्द को बढ़ाने वाले कारणों को ट्रिगर कहा जाता है। अधूरी नींद, प्रोसेस्ड फूड और गंध के अलावा भी कई ऐसे कारण हैं सिरदर्द की वजह बनते हैं।
तनाव खुदको एक दर्द के रूप में पेश करता है। ऐसा कोई नहीं होगा शायद जिसे तनाव आज के समय में न हो। नींद की कमी से माइग्रेन और तनाव के कारण सिरदर्द होता है। हालांकि, अबतक इसका सीधा कारण पता नहीं चल पाया है। लेकिन, विज्ञान के मुताबिक, दर्द और नींद का आपस में संबंध जरूर है। अच्छी नींद से सिरदर्द दर्द कम होता है।

सिरदर्द आपको धीरे-धीरे पकड़ता है और समय के साथ बढ़ता है। सिरदर्द कई प्रकार के होते हैं। नींद की कमी से माइग्रेन और तनाव के कारण सिरदर्द होता है। हालांकि, अबतक इसका सीधा कारण पता नहीं चल पाया है। लेकिन, विज्ञान के मुताबिक, दर्द और नींद का आपस में संबंध जरूर है। अच्छी नींद से सिरदर्द दर्द कम होता है।

काफी सारे लोग तो ऐसा भी फील करते हैं कि सिर पर बहुत दबाव है, जैसे कोई आपके सिर को निचोड़ रहा है। कुछ खाद्य पदार्थ जैसे बीन्स, दालें, केला, चीज, डेयरी प्रोडक्ट और प्याज माइग्रेन के दर्द को बढ़ा देते हैं। प्रोसेस्ड फूड जिनमें नाइट्राइट्स, मोनो सोडियम ग्लूटामेट पाए जाते हैं उनसे भी सिरदर्द बढ़ता है।

कभी – कभी छोटा सा सिरदर्द आपकी जिंदगी भर की तकलीफ बन जाता है। तनाव से कंधे और गर्दन की मांसपेशियां कड़ी हो जाती है। यह दर्द गर्दन और पीठ से शुरू होकर सिर तक पहुंचता है। ऐसा लगातार होने पर कंधे और गर्दन में भी सिर की तरह दर्द महसूस होने लगता है।