समय किसे क्या नहीं दिखाता, समय है ही ऐसी शक्ति कि वो किसी को भी नहीं बख्शता, सभी को अपने हिसाब से नचाता है। और बात भी सही है, हम सब हैं भी समय के हाथ की कठपुतली।
हम तो सभी समय के अधीन होते हैं, वो करते हैं, जो समय हमसे कराता है। लेकिन क्या समय ऐसा भी हो सकता है कि एक माँ से ऐसे समय पर भी खाना बनवा दे जब वो ऑक्सीजन सपोर्ट पर हो।

ऐसा तो शायद मुमकिन ही नहीं है, लेकिन फिर भी इन दिनों एक ऐसी ही ख़बर सोशल मीडिया पर तैर रही है, क्या है उसकी सच्चाई चलिए बताते हैं आपको। बतादें सोशल मीडिया पर एक तस्वीर में एक मां ऑक्सीजन सपोर्ट पर होने के बावजूद किचन में खाना बनाते नजर आ रही है।
इस तस्वीर को साझा करने वाले ने फोटो के ऊपर लिखा है निस्वार्थ प्रेम = मां। वह अपनी ड्यूटी कभी नहीं छोड़ती है। एक बन्दा इसे गर्व से बता रहा है और कह रहा है। देखो भाई मेरी मां कितनी अच्छी है।

मुझ से कितना प्यार करती है। ऑक्सीजन लगा है, बीमार है लेकिन फिर भी हम सबके लिए किचन में खाना बना रही है। लेकिन इस सोच में बहुत प्रॉबलम है।
आखिर कोई अपनी बीमार मां को इस तरह किचन में काम करने के लिए कैसे छोड़ सकता है?यदि आपके घर में कोई खाना बनाने वाला नहीं है तो भी आप ऐसा नहीं कर सकते हैं, अगर आप वास्तव में एक सपूत हैं तो।

अब इस वायरस पोस्ट पर एक यूजर ने कमेंट कर लिखा वह कौन पागल है जो अपनी बीमार मां या बीवी से भी काम करवाता है। खासकर तब जब वह ऑक्सीजन सपोर्ट पर हो और सांस लेने के लिए संघर्ष कर रही है।
फिर एक अन्य महिला कमेंट कर कहती है। ये बड़े दुख की बात है कि एक महिला को पुरुष प्रधान समाज में रहकर ये सब झेलना पड़ रहा है। ऐसे ना जाने कितने सोशल मीडिया पर कमेंट आ रहे हैं जो ये कह रहे हैं कि जिसकी भी ये हरकत है, उसे देखकर तो यही कहा जा सकता है कि इस घोर कलयुग में इससे ज़्यादा विडंबना की और कोई तस्वीर हो ही नहीं सकती है।

इससे तो यही कहा जा सकता है कि ये तो वहशियाना आदत की पराकाष्ठा ही है। चलिए अब आप ही बताइए, क्या आप ऐसा कर सकते हैं। आप बताइए आपके लिए माँ की ज़िंदगी मायने रखती है या फिर आपके लिए सिर्फ और सिर्फ खाना, और वो भी ऐसे समय में जब आपकी माँ, ज़िंदगी और मौत के बीच में झूल रही हो और ऑक्सीजन सपोर्ट पर हो, लेकिन हां, ऐसी माँ को तो दंडवत ही कर सकते हैं क्योंकि यहां शब्दावली ही कम पड़ जाए माँ के बारे में कुछ भी कहने के लिए।