दिल्ली से गुजरात जा रही कार की सीट के नीचे सफाई से छुपाए गए थे साढ़े 4 करोड़ रुपए। गुजरात बॉर्डर रतनपुर के पास तलाशी के दौरान पुलिस की पड़ी नजर तो कार सवार दो आरोपियों को किया गिरफ्तार।
पुलिस को हवाला कारोबार से जुड़े पैसे होने का अंदेशा जताया जा रहा है। बतादें कोरोना लॉकडाउन के दौरान डूंगरपुर जिले में सनसनीखेज मामला सामने आया है। पुलिस ने गुजरात बॉर्डर पर एक कार को पकड़ा, जिसमें से साढ़े 4 करोड़ रुपए बरामद हुए हैं। यह कार दिल्ली से गुजरात जा रही थी।
बॉर्डर पर तलाशी के दौरान कार की सीट के नीचे छुपाकर रखे गए नोटों के बंडल देखकर पुलिसवालों के होश उड़ गए। पुलिस ने कार में सवार दो लोगों को हिरासत में ले लिया है। जिले की बिछीवाड़ा थाना पुलिस ने इस बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया है।
पुलिस ने गुजरात बॉर्डर रतनपुर पर नाकेबंदी के दौरान कार से साढ़े 4 करोड़ रुपए नगद बरामद किए। पुलिस अधिकारी मनोज सामरिया के मुताबिक बॉर्डर पर पुलिस ने जिन दो लोगों को गिरफ्तार किया है, वे गुजरात के रहने वाले हैं।
आरोपी रणजीत राजपूत पाटन का रहने वाला है, वहीं नितिन पटेल ऊंझा का निवासी है। ये दोनों बड़ी मात्रा में रुपए लेकर दिल्ली से कार लेकर गुजरात जा रहे थे। सामरिया के मुताबिक प्रथम दृष्टया ये मामला हवाला कारोबार से जुड़ा लगता है।
पुलिस दोनों आरोपियों से पूछताछ कर रही है। सूत्रों के अनुसार संभावना जताई जा रही है कि यह धन हवाला का था, जो दिल्ली से गुजरात भेजा जा रहा था। डीसीपी मनोज सवारियां के अनुसार गाड़ी को जब्त कर लिया गया है।
उन्होंने कहा कि शुरुआती जानकारी के अनुसार, यह हवाला से जुड़ा हुआ मामला प्रतीत हो रहा है।हालांकि, पुलिस अभी मौके पर कार्रवाई में लगी हुई है। कार चालक सहित मामले से जुड़े अन्य आरोपियों को गिरफ्तार कर थाने लाया गया है और उनसे पूछताछ की जा रही है।
बिछीवाड़ा थाना अधिकारी रिजवान खान ने बताया कि रतनपुर बॉर्डर पर उदयपुर की तरफ से आ रही एक कार को रोककर तलाशी ली गई, तो सीटों के नीचे बने गुप्त खानों में नोटों के बंडल दिखाई दिए। कार सवारों से जब कैश के बारे में पूछताछ की गई, तो संतोषप्रद जवाब नहीं मिला।
इसके बाद पुलिस ने नोटों से भरी कार को जब्त कर दोनों को हिरासत में ले लिया। जब्त कार और आरोपियों को लेकर पुलिस थाने पर पहुंची तथा नोटों की गिनती शुरू की। पुलिस ने बताया कि कार से 4 करोड़ 49 लाख 99 हजार 500 रुपए जब्त किए गए हैं।
एक तरफ तो लोग कोरोना महामारी से लड़ रहे हैं, दूसरी तरफ लोग आर्थिक तंगी से जूझ रहे हैं और तीसरी तरफ इस तरह से इतने पैसे का एकदम मिलना, लोगों के होश ख़राब करने के बराबर है। खैर अब पूरे मामले की जांच में पुलिस जुटी हुई है।