हर मुश्किलों को पार करते हुए महाराष्ट्र के मुस्लिम परिवार से ताल्लुक रखने वाले एक ऑटो ड्राइवर के बेटे ने आखिरकार अपनी मंजिल पा ही ली। अंसार ने यूपीएसएसी परीक्षा को पास कर लिया है। 21 साल के अंसार अहमद शेख के लिए ये किसी सपने के सच होने जैसा ही है। जैसे ही रिजल्ट आया वैसे ही अंसार के पिता के पास बधाईयों के फोन आने का सिलसिला शुरू हो गया। मराठवाड़ा के सूखा प्रभावित इलाके से संबंध रखने वाले शेलगांव के जलना गांव के अंसार के लिए यह उनका एडवांस में जन्मदिन का उपहार है।
इस एक जून को अंसार 22 साल के हो जाएंगे। जलना जिला स्कूल से पढ़ाई खत्म करने के बाद अंसार ने पुणे के फॉर्ग्यूसन कॉलेज से बीए पॉलिटिकल साइंस में 73 फीसदी अंक हासिल किए हैं। अंसार बताते हैं कि मु्स्लिम होने के वजह से उन्हें पुणे में रहने के लिए घर भी नहीं मिला।

जिसके बाद उन्होंने अपने दोस्त शुभम का नाम उधार लिया और ताकि उन्हें रहने के लिए जगह मिल जाए। लेकिन आज अंसार गर्व से अपना मु्स्लिम नाम ले सकते हैं। परीक्षा के परिणामों की घोषणा के बाद उसके परिवार वालों के पास बधाई की तांता लग गई बधाई देने के लिए परिवार, दोस्तों, मीडियाकर्मियों और यहां तक अनजान लोगों से भी बधाई के फोन आ रहे हैं।

शेख का भाई मैकेनिक का काम करता है। वह मराठवाड़ा के जालना जिले के शेलगांव का रहने वाला है। उनके यहां सूखे की बहुत अधिक समस्या है। वह ओबीसी वर्ग से आता है, इसलिए उसे उम्मीद है कि वह भारतीय प्रशासनिक अधिकारी (आईएएस) बन सकते हैं।

अगर ऐसा हुआ तो वह देश का सबसे युवा आईएएस अधिकारी बन सकते हैं। रिजल्ट आने के बाद भावुक होकर शेख ने बताया कि मेरी इस सफलता का सारा श्रेय मेरे भाई को जाता है जिन्होंने गैरेज में काम करते हुए मेरा पूरा सहयोग किया।

अगर वह मेरी मदद नहीं करता तो शायद मुझे यह सफलता नहीं मिल पाती। शेख ने कहा कि रिजल्ट उसका जन्मदिन का गिफ्ट है।उसने अपनी स्कूली की पढ़ाई जालना जिले के स्कूल से की, जबकि कॉलेज की पढ़ाई पुणे के फग्र्यूसन कॉलेज से 2015 में बीए में स्नातक किया।

शेख ने इसी विषय से यूपीएससी की परीक्षा दी थी और पहली ही प्रयास में उसे सफलता मिल गई। राष्ट्रीय सूची में उसकी 361वीं रैंक आई है। जो की काफी सराहनीय है। कुल मिलाकर हम ये कह सकते हैं कि अगर हमारे मन में सच्चाई के साथ कुछ करने की बात हो तो यकीन मानिए हमें कोई रोक नहीं सकता है। और इसी बात का जीता-जागता उदाहरण ये युवा है।