पूरे देश में महामारी की दूसरी लहर का कहर जारी है। इस समय जो सबसे बड़ी समस्या है वो है ऑक्सीजन और वेंटिलेटर। इसकी कमी के कारण कई लोगों की मौतें हो चुकी है। ऐसे में कई ऑक्सीजन सिलिंडर और वेंटिलेटर है जो काफी दिनों से धूल फांक रहे है। आपको बता दे कि एक महीने में कोरोना से दर्जनों लोगों की मौत सिर्फ वेंटिलेटर की कमी के कारण हो गई। वहीं, PBM अस्पताल और जिला प्रशासन कबाड़ में पड़े पीएम केयर फंड के वेंटिलेटर्स को शुरू नहीं करवा पाया।
दो दिन पहले जब क्षेत्रीय सांसद और केंद्रीय राज्य मंत्री अर्जुनराम मेघवाल को इसका पता चला तो दिल्ली से एक टीम भेजकर सभी वेंटिलेटर्स इंस्टॉल करवा दिए। एक-दो दिन में इनका उपयोग शुरू हो जाएगा।

इंजीनियर्स ने युवा के साथ मिलकर महज़ 24 घंटे के भीतर 20 वेंटिलेटर इंस्टॉल कर दिए। इसी के साथ जिले में स्थित पीबीएम अस्पताल में आने वाले मरीजों को इनका लाभ मिल सकेगा।
कोरोना महामारी में अस्पतालों में वेंटिलेटर की काफी जरूरत पड़ रही है। इस समय कई अस्पताल नई वेंटिलेटर मशीनें स्थापित करवा रहे हैं।

बता दे कि दिल्ली से आए इंजीनियर को कुछ साथियों की जरूरत थी तो मेघवाल ने बीकानेर के जाने- माने इंजीनियर रोहिताश बिस्सा, ओजस्वी बिस्सा के साथ कई अन्य से बातचीत करते हुए मात्र 24 घण्टे में 20 वेंटिलेटर इंस्टॉल कर दिए।

वेंटिलेटर्स ठीक करने वाली टीम मेें आशीष सोलंकी, गणेश सियाग, प्रदीप तंवर, पीबीएम हॉस्पिटल से डॉ. मोहम्मद यूनुस और टेक्निकल सहयोगी रतन सिंह भी शामिल थे।
वेंटीलेटर बनाने वाली कंपनी से फैयान रजन ने मिल कर लगातर 20 घण्टे काम किया। सभी बीस वेंटीलेटर ठीक कर दिए गए और शेष पांच को ठीक करने का सिलसिला बुधवार को शुरू हो गया।
वहीं केंद्रीय मंत्री व बीकानेर के सांसद अर्जुनराम मेघवाल ने पीएम केयर फंड से आए वेंटिलेटर्स की सुध लेकर न जाने कितनों को जीवनदान मिलने की संभावनाओं का रास्ता खोल दिया है।