इस महामारी के दौरान काफी लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ा। ऐसे में कई लोगों की नौकरियां चली गयी। बहुत से मजदूर अपने गांव को पलायन हो गए। महामारी सबसे ज्यादा दिक्कत उन मजदूरों को हुई है जो रोज कमाते है और खाते है। अब बांग्लादेश के ढाका से जो तस्वीर सामने आई है उसे देखने के बाद आपका भी दिल दहल जाएगा। यहां मजदूर काम करने को लेकर मजबूर है।
ये मजदूर सिर्फ अपने पेट के क्या कर रहे है जरा ध्यान से देखिये। तस्वीरों में लोग गंदे पानी को साफ करते नजर आए और इसमें वो गंदे नाले में गले तक डूबे हुए है। ये तस्वीर ढाका के सावर एरिया की है। इन तस्वीरों को देख लोगों ने इसे सबसे घटिया जॉब बताया।

इस तस्वीर से साफ समझ में आ रहा है कि चंद पैसों के लिए लोग कुछ भी करने को तैयार है। ऐसे में आपको बता दे कि इस नाले का पानी पहले शहरों में पीने के लिए सप्लाई किया जाता था लेकिन फिर इसमें शहर भर का कचरा डंप होने लगा।

प्लास्टिक और गंदगी के ढेर के बीच बांस से जाकर सफाई करता मजदूर दिख रहा है। वाकई ये नौकरी बहुत ही घटिया और वाहियात है जहां कई प्रकार की बीमारी होने का भी डर है। इस तस्वीर से आप साफ अंदाजा लगा सकते है कि ये मजदूर न तो हाथ में ग्लोफ़स पहने हुए है और न ही मास्क, ऐसे में सबसे खतरनाक जगह काम करना इन मजदूरों की मजबूरी को दर्शाता है।

सफाई के लिए इनके पास सिर्फ एक बांस होती है। इसी से वो प्लास्टिक और जम चुके कचरे को निकालते हैं। कचरे के टापू को साफ करने के बदले इन मजदूरों को काफी कम पैसे मिलते हैं। फिर भी ये बिना किसी शिकायत के इस काम करते है।

लॉक डाउन की वजह से यहां कचरे की ढेर लग गयी है वरना म्युनिसिपेलिटी के मुताबिक पिछले साल इस कनाल से 200 टन कचरा निकाला गया था। अभी आधे साल में ये हाल हो गया है। वाकई ये मजदूर अपनी जान जोखिम में डालकर काम कर रहे है।